Ranveer Allahbadia Row: हाल ही में ‘इंडियाज गॉट लेटेंट’ शो के दौरान माता-पिता को लेकर की गई अश्लील टिप्पणी की वजह से यूट्यूबर रणवीर इलाहाबादिया विवादों में घिर गए हैं. इस मामले में मुंबई पुलिस ने उन्हें समन जारी किया है और जांच में सहयोग करने का निर्देश दिया है.
इसके अलावा, असम पुलिस भी इस मामले में कार्रवाई करते हुए मुंबई में उनके घर पहुंचने वाली है. मामले को लेकर देशभर में पुलिस में कई शिकायतें दर्ज कराई गई हैं और यह विवाद संसद तक पहुंच चुका है.
अब तक क्या हुआ है?
1. रणवीर इलाहाबादिया ने इन्फ्लुएंसर अपूर्व मखीजा और समय रैना के साथ ‘इंडियाज गॉट लेटेंट’ शो में माता-पिता पर एक आपत्तिजनक टिप्पणी की थी.
2. इस विवाद के बाद मुंबई और असम में उनके खिलाफ FIR दर्ज की गई है.
3. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने मामले पर प्रतिक्रिया दी.
4. कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस मामले पर संज्ञान लेने की अपील की.
5. रणवीर इलाहाबादिया ने माफी मांगते हुए कहा कि कॉमेडी करना उनका उद्देश्य नहीं था और उनकी टिप्पणी अनुचित थी.
6. विवादित वीडियो को यूट्यूब से हटा दिया गया है और कई रिपोर्ट्स के अनुसार, सरकार के अनुरोध पर इसे हटाया गया.
7. शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि वह इस मुद्दे को संसद में उठाएंगी.
8. गायक बी प्राक ने इस विवाद के कारण रणवीर के शो पर जाने से इनकार कर दिया.
9. राजपूत करणी सेना जैसे संगठनों ने इस टिप्पणी की निंदा की और इसे भारतीय संस्कृति के खिलाफ बताया.
रणवीर इलाहाबादिया का बयान
रणवीर इलाहाबादिया ने अपनी टिप्पणी पर माफी मांगते हुए कहा “मेरी टिप्पणी अनुचित थी और मज़ेदार भी नहीं थी. कॉमेडी करना मेरा उद्देश्य नहीं था. मैं कोई सफाई नहीं देना चाहता, बस माफी मांगता हूं.” उन्होंने आगे कहा कि वह अपने प्लेटफ़ॉर्म का इस तरह से उपयोग नहीं करना चाहते थे और उन्होंने गलती स्वीकार की.
मामले में अगला कदम?
मुंबई पुलिस और असम पुलिस जांच कर रही है. वहीं, तमाम राजनीतिक दलों के नेता इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया दे रहे हैं और इसे डिजिटल क्रिएटर्स की जवाबदेही से जोड़ा जा रहा है.
शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी इस मुद्दे को संसद में उठाने की तैयारी कर रही हैं.
बता दें कि रणवीर इलाहाबादिया के विवादित बयान ने सोशल मीडिया, राजनीतिक और कानूनी स्तर पर बड़ा बवाल खड़ा कर दिया है. यह विवाद डिजिटल कंटेंट क्रिएटर्स की जिम्मेदारी और ऑनलाइन कंटेंट के नियमन से जुड़ी चर्चाओं को फिर से तेज कर रहा है. अब देखना होगा कि इस मामले में आगे क्या कानूनी कार्रवाई होती है और क्या सरकार इस तरह के मामलों के लिए कोई नई गाइडलाइन जारी करेगी.