कौन हैं मेरिट श्नाइडर, जिन्हें एलन मस्क की कंपनी की आलोचना करने पर जान से मारने की मिली धमकियां

कौन हैं मेरिट श्नाइडर, जिन्हें एलन मस्क की कंपनी की आलोचना करने पर जान से मारने की मिली धमकियां


Merritt Schneider: स्विट्जरलैंड की राष्ट्रीय परिषद की सदस्य मेरिट श्नाइडर ने हाल में ही कहा था कि फेसबुक और टिकटॉक जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों को कट्टरपंथी विचारों को बढ़ावा दिया जा रहा है. ऐसे में उन्हें अब अधिक सख्ती से नियंत्रित किया जाना चाहिए. उनके इस बयान के बाद उन्हें जान से मारने की धमकियां मिल रही है.

श्नाइडर ने एक इंटरव्यू में कहा, “यूरोपीय संघ लंबे समय से टेक दिग्गजों के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है, और हम कुछ भी नहीं कर रहे हैं.”

लोकतंत्र के लिए खतरा पैदा हो रहा है खतरा 

स्विस जर्मन भाषा के समाचार पत्र टेगेसांजाइगर को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा, “जर्मनी में चुनाव अभियान से पता चलता है कि कैसे एक्स, फेसबुक और टिकटॉक जैसे प्लेटफॉर्म लोकतंत्र के लिए खतरा पैदा करते हैं. उन्होंने दावा किया, “एएफडी को लाभ पहुंचाने वाली पोस्टों को आगे बढ़ाया जाता है, जबकि विरोधी सामग्री को दबा दिया जाता है.”

उन्होंने आगे कहा, “आज इसका असर जर्मनी पर पड़ रहा है, कुछ वर्षों में इसका असर स्विट्जरलैंड के चुनावों पर भी पड़ सकता है.”

मिल रही हैं जान से मारने की धमकियां 

स्विस साप्ताहिक पत्रिका ‘डाई वेल्टवोचे’ के संपादक रोजर कोपेल ने एक्स पर इस लेख की फोटो को शेयर किया है.इस दौरान उन्होंने एलन मस्क और श्नाइडर की फोटो शेयर करते हुए लिखा, “यदि आवश्यक हो, तो एक्स या टिकटॉक को ब्लॉक किया जाना चाहिए.” इस पोस्ट के वायरल होने के बाद उन्हें जान से मारने की धमकियां मिल रही है. 

श्नाइडर ने कहा कि अब उन्हें अमेरिकियों और रूसियों दोनों से नफरत का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने कहा, “अब तक, अधिकांश हमले जर्मन भाषी देशों से आए हैं, लेकिन अब मेरे खिलाफ अमेरिकी समुदाय है.

जानें कौन हैं मेरिट श्नाइडर

मेरिट श्नाइडर ग्रीन पार्टी की प्रमुख सदस्य हैं. उनका राजनीतिक करियर 2014 से 2019 तक उस्टर में नगरपालिका परिषद सदस्य के रूप में शुरू हुआ. 2019 में वे नेशनल काउंसिल के लिए चुनी गईं और पिछले साल दिसंबर में फिर से चुनी गईं. श्नाइडर ‘सेंटिएंस पॉलिटिक्स’ की सह-प्रबंधक भी हैं, जो पशु अधिकारों पर केंद्रित एक संगठन है और उन्होंने स्विट्ज़रलैंड में मांस की खपत कम करने की वकालत की है.



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