क्या DeepSeek से Mark Zuckerberg को नहीं दिखता कोई खतरा? कह दी यह बड़ी बात

क्या DeepSeek से Mark Zuckerberg को नहीं दिखता कोई खतरा? कह दी यह बड़ी बात


Mark Zuckerberg On DeepSeek: चीनी स्टार्टअप DeepSeek के AI मॉडल ने टेक जगत में हलचल मचा रखी है, लेकिन Meta के प्रमुख Mark Zuckerberg इससे चिंतित नहीं है. उन्होंने कहा कि चीनी स्टार्टअप के AI मॉडल अभी लॉन्च ही हुए हैं और उनका दीर्घकालिक प्रभाव अभी देखना बाकी है. इसके साथ ही उन्होंने यह भी दोहराया कि उनकी कंपनी AI के क्षेत्र में मोटा निवेश जारी रखेगी. आइए जानते हैं कि उन्होंने और क्या कुछ कहा.

DeepSeek को लेकर क्या बोले जुकरबर्ग?

दरअसल, DeepSeek ने अमेरिकी कंपनियों की तुलना में बेहद किफायती AI मॉडल लॉन्च कर दुनिया को चौंका दिया है. इसके बाद ऐसे कयास लगाए जाने लगे हैं कि अब ग्राफिक प्रोसेसिंग यूनिट्स (GPU) की मांग घट जाएगी. इसका असर GPU बनाने वाली कंपनी Nvidia के शेयरों पर देखने को मिला था. इसे लेकर जुकरबर्ग से पूछा गया कि क्या DeepSeek की प्रोग्रेस मेटा के AI निवेश पर कोई असर डालेगी? इसके जवाब में जुकरबर्ग ने कहा कि Meta AI में निवेश जारी रखेगी. यह एक बड़ा फायदा है क्योंकि मेटा के दुनियाभर में अरबों यूजर्स हैं. 

इस साल 60 बिलियन डॉलर का निवेश करेगी Meta

उन्होंने यह भी कहा कि DeepSeek ने AI स्पेस में मोटे निवेश के उनके भरोसे को और मजबूत किया है. इस साल मेटा अपने AI इंफ्रास्ट्रक्चर पर 60 बिलियन डॉलर का निवेश करेगी. यह पैसा मुख्य तौर पर डेटा सेंटर अपग्रेड करने और नए सेंटर बनाने पर खर्च किया जाएगा. मेटा CEO ने कहा कि इस निवेश से उनकी कंपनी को मुकाबले में आगे रहने में मदद मिलेगी.

DeepSeek को लेकर जुकरबर्ग ने कही यह बात

DeepSeek को लेकर जुकरबर्ग ने कहा कि AI स्पेस में यह एक नया कंपीटिटर है, लेकिन अभी यह कहना जल्दबाजी होगी कि इसकी वजह से GPU की डिमांड कम हो जाएगी. जुकरबर्ग का मानना है कि डेटा प्रोसेसिंग जैसे AI टास्क के लिए GPU की जरूरत बनी रहेगी.

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