Mahakumbh Stampede: महाकुंभ में मची भगदड़ की घटना को लेकर विपक्ष लगातार योगी सरकार पर हमलावर है. इस बीच भीम आर्मी प्रमुख और नगीना सांसद चंद्रशेखर आजाद ने भी जमकर निशाना साधा है. उन्होंने सरकार की नाकामी बताते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस्तीफा मांगा है.
चंद्रशेखर आजाद ने कहा,”मैंने सोचा था कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, जो लंबे समय से धार्मिक कार्यों से जुड़े रहे हैं, कम से कम धार्मिक आयोजनों को सुव्यवस्थित रूप से संपन्न करवा पाएंगे, लेकिन यहां भी निराशा ही हाथ लगी.” उन्होंने आरोप लगाया कि योगी सरकार ने तीर्थयात्रियों की सुरक्षा और सुविधा को पूरी तरह नजरअंदाज किया, जिसके चलते यह भयावह घटना हुई.
बाबा बागेश्वर के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया
चंद्रशेखर आजाद ने बाबा बागेश्वर (धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री) के एक बयान का हवाला देते हुए उन पर मुकदमा दर्ज करने और जेल भेजने की मांग की. “बागेश्वर ने लोगों से अपील की थी कि मौनी अमावस्या पर जो नहीं आएगा, वह पछताएगा और देशद्रोही कहलाएगा. उनकी अपील के कारण भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे, जिससे भगदड़ की स्थिति बनी. वे इस घटना के दोषी हैं.”
फ्लाइट टिकट के दामों पर भी उठाए सवाल
चंद्रशेखर आजाद ने महाकुंभ के दौरान हवाई यात्रा के महंगे टिकटों पर भी सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि सरकार को श्रद्धालुओं की यात्रा को सुविधाजनक बनाना चाहिए था, लेकिन इसके बजाय महंगे टिकटों से उन्हें परेशान किया गया.
बता दें कि प्रयागराज महाकुंभ में भगदड़ के कारण बुधवार (29 जनवरी) को 30 श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि 90 लोग घायल हैं. डीआईजी महाकुंभ वैभव कृष्ण ने कहा कि भगदड़ में तीस लोगों की मौत हुई है. 25 मृतकों की पहचान हुई है. 90 लोग अस्पताल में भर्ती हैं.
कैसे हुई भगदड़?
दरअसल, मंगलवार रात 10 बजे से संगम क्षेत्र में श्रद्धालुओं की भीड़ जुटने लगी थी. प्रशासन ने श्रद्धालुओं को स्नान के बाद आगे जाने को कहा था, लेकिन ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करने के लिए श्रद्धालुओं भीड़ रुकी रही. बैरिकेडिंग के किनारे कई श्रद्धालु सो रहे थे, अचानक भीड़ बढ़ने लगी, जिसके कारण बुधवार सुबह 1:45 बजे से 2 बजे के बीच भीड़ और बेकाबू हो गई और लोग बैरिकेडिंग तोड़कर संगम के तरफ भागने लगे और बैरिकेडिंग से कूदते हुए लोग नीचे सो रहे श्रद्धालुओं पर गिर पड़े, जिससे भगदड़ मच गई.