अंबेडकर को लेकर अमित शाह के बयान पर आया चिराग पासवान का रिएक्शन, बोले- जीवित रहते…

अंबेडकर को लेकर अमित शाह के बयान पर आया चिराग पासवान का रिएक्शन, बोले- जीवित रहते…


Chirag Paswan Slams Congress: राज्यसभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के दिए भाषण के बाद अब चिराग पासवान ने भी कांग्रेस पर निशाना साधा है. केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कहा है कि आज कांग्रेस बाबा साहेब के सम्मान को लेकर चिंता जता रही है, लेकिन ये वही कांग्रेस है जिसने बाबा साहेब अंबेडकर को जीवित रहते उन्हें सम्मान देना जरूरी नहीं समझा. इतना ही नहीं कांग्रेस ने संसद में उनकी तस्वीर लगाना भी जरूरी नहीं समझा. कांग्रेस सिर्फ दिखावा कर रही है.

अमित शाह ने राज्यसभा में बीते रोज (17 दिसंबर, 2024) को बाबा साहेब आंबेडकर को लेकर कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा था, जिसके बाद अब एएनआई से बात करते हुए चिराग पासवान ने कहा कि कांग्रेस आज बाबा साहेब के सम्मान को लेकर चिंता जता रही है, ये वही कांग्रेस है जिसने बाबा साहेब अंबेडकर को जीवित रहते हुए सम्मान देना जरूरी नहीं समझा. दशकों तक कांग्रेस ने संसद में उनकी एक तस्वीर तक लगाना जरूरी नहीं समझा. बाबा साहेब अंबेडकर की पहली तस्वीर संसद में तब लगाई गई जब गैर कांग्रेसी सरकार सत्ता में आई.

‘दिखावा कर रही है कांग्रेस’

आरोप लगाते हुए चिराग पासवान ने कहा कि कांग्रेस ने बाबा साहेब के सम्मान में भारत रत्न देना भी जरूरी नहीं समझा. आज कांग्रेस सिर्फ होड़ में है, क्यों? क्योंकि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र की एनडीए सरकार ने भीमराव अंबेडकर के जीवन से जुड़ी प्रमुख घटनाओं को विकसित करने और पहचान दिलाने का काम किया है. जब तक कांग्रेस सत्ता में थी, वो बाबा साहेब का नाम भूल गई. आज वही कांग्रेस पार्टी बाबा साहेब के सम्मान को लेकर चिंतित है? कांग्रेस सिर्फ दिखावा कर रही है.

क्या बोले थे अमित शाह

राज्यसभा में 17 दिसंबर को अमित शाह ने कहा था, “अभी यह एक फैशन हो गया है. अंबेडकर…अंबेडकर…अंबेडकर…अंबेडकर, इतना नाम अगर भगवान का लेते तो 7 जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता.’’ इसके बाद गृह मंत्री ने पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के समय की घटनाओं का जिक्र किया और कहा कि तब से लेकर कांग्रेस बाबा साहब का अपमान करती आ रही है. अमित शाह के इसी बयान को लेकर कांग्रेस पार्टी के तमाम नेता केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा पर निशाना साध रहे हैं. 

यह भी पढ़ें- इतनी कम पेंशन, ये क्या है? रिटायर्ड जजों की अर्जी पर केंद्र पर भड़का सुप्रीम कोर्ट





Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *