अगले महीने अंतरिक्ष में जाएंगे इंडियन एस्ट्रोनॉट शुभांशु शुक्ला, हाथ में पहनेंगे ये खास घड़ी

अगले महीने अंतरिक्ष में जाएंगे इंडियन एस्ट्रोनॉट शुभांशु शुक्ला, हाथ में पहनेंगे ये खास घड़ी


Indian Astronaut Special Watch: शुभांशु शुक्ला अगले महीने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) और नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (NASA) के संयुक्त मिशन के तहत अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की यात्रा करने जा रहे हैं. इस मिशन की एक खास बात यह है कि सभी अंतरिक्ष यात्रियों को ओमेगा की विशेष घड़ियां दी जाएंगी. ये एक परंपरा है, जो 1960 के दशक से शुरू हुई और आज भी अंतरिक्ष अभियानों का एक हिस्सा है. इस पर Axiom Space ने कहा कि हम एक बार फिर से ओमेगा की घड़ियों को शामिल करने के लिए उत्सुक हैं. 

ओमेगा की घड़ियां केवल सौंदर्य या ब्रांड का प्रतीक नहीं हैं, बल्कि ये तकनीकी दृढ़ता और सटीकता का प्रमाण हैं. एक्स-4 मिशन में इस्तेमाल होने वाली दो प्रमुख घड़ियां की बात करें तो एक ओमेगा स्पीडमास्टर प्रोफेशनल मूनवॉच है. ये मैनुअल वाइंडिंग के साथ आती है. ये नासा की ओर से Extra-Vehicular Activity के लिए प्रमाणित है. ये वही घड़ी है, जो अपोलो मिशनों में नील आर्मस्ट्रॉन्ग और बज़ एल्ड्रिन ने पहना था. दूसरी घड़ी ओमेगा एक्स-33 स्काईवॉकर है. ये डिजिटल और एनालॉग हाइब्रिड घड़ी है. इसे विशेष रूप से अंतरिक्ष यात्रियों के लिए डिज़ाइन की गई है.

क्या है घड़ियों की विशेषता? 

नासा की तरफ से दी जाने वाली घड़ियां कई मायनों में साधारण घड़ियों से अलग होती हैं. ये अलग-अलग मिशन टाइमिंग मोड्स के साथ लैस होती है. ये कम से कम ग्रैविटी में काम करती है. ये -160°C से +200°C तक तापमान झेलने की क्षमता रखती है. 40G तक के झटकों को सहने की ताकत होती है. ये जंग-रोधी और वैक्यूम-प्रूफ डिजाइन से लैस होती है. वहीं घड़ी पर ओमेगा ब्रांड ने कहा कि यह सिर्फ घड़ी नहीं, समय की सटीकता और विरासत की गूंज है.

X-4 मिशन में कौन-कौन देश शामिल हैं? 

Axiom Space की ओर से ऑपरेट किए जा रहें X-4 मिशन भारत, पोलैंड और हंगरी के लिए विशेष महत्व रखता है क्योंकि यह तीनों देशों का चार दशकों बाद पहला सरकारी-प्रायोजित अंतरिक्ष मिशन होगा. इसमें 60 से अधिक वैज्ञानिक प्रयोग शामिल है. इस दौरान पृथ्वी विज्ञान, सूक्ष्मजीव विज्ञान, और जैव चिकित्सा पर शोध किया जाएगा. अंतरराष्ट्रीय सहयोग और तकनीकी साझेदारी का उदाहरण पेश किया जाएगा.



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