UP Woman Message To Family: उत्तर प्रदेश के बांदा जिले की रहने वाली एक महिला को अबू धाबी में मौत की सजा सुनाई गई है. अल वथबा जेल में बंद शहजादी नाम की इस महिला को एक बच्चे की मौत के मामले में फांसी की सजा मिली है. 33 साल की ये महिला इस बच्चे की देखभाल करती थी.
न्यूज18 की रिपोर्ट के मुताबिक, पहले खबर आई थी कि शहजादी को 24 घंटे के भीतर फांसी दे दी जाएगी, लेकिन भारतीय दूतावास ने साफ किया कि समीक्षा याचिका दायर कर दी गई है और मामला विचाराधीन है. इसके बाद अबू धाबी जेल प्रशासन ने शहजादी को उसके परिवार से फोन पर बात करने की इजाजत दी. इस बातचीत के दौरान शहजादी ने अपने परिवार को सांत्वना दी और कथित तौर पर कहा कि यह उनकी आखिरी बातचीत है. उन्होंने बांदा में बच्चे के माता-पिता के खिलाफ दर्ज मामले को वापस लेने की भी अपील की.
अबू धाबी कब पहुंची शहजादी?
शहजादी अबू धाबी 2021 में पहुंची थीं. बांदा के मटौंध थाना क्षेत्र के गोयरा मुगली गांव की रहने वाली शहजादी को आगरा के रहने वाले उजैर ने आलीशान जिंदगी का झांसा देकर अपने जाल में फंसाया था. उजैर ने शहजादी को आगरा के एक दंपत्ति को बेच दिया और वो बाद में उसे अबू धाबी ले गए. बांदा के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत के आदेश पर कार्रवाई करते हुए अधिकारियों ने अब दुबई में रहने वाले दंपत्ति और उजैर के खिलाफ मानव तस्करी का मामला दर्ज किया.
बच्चे की मौत के मामले में मिली मौत की सजा
अबू धाबी में शहजादी को इस कपल के बेटे की देखभाल करने की जिम्मेदारी दी गई. हालांकि बच्चे की अप्रत्याशित रूप से मौत हो गई. दंपति ने शहजादी पर अपने बेटे की मौत के लिए जिम्मेदार होने का आरोप लगाया. जांच के बाद शहजादी को गिरफ्तार कर लिया गया और अबू धाबी की एक अदालत ने उसे मौत की सजा सुनाई. फैसले के बाद शहजादी के पिता शब्बीर खान ने जिला प्रशासन और सरकार से हस्तक्षेप करने और अपनी बेटी को बचाने की अपील की.
ये भी पढ़ें: इस मुस्लिम देश में विदेशी शख्स को शादीशुदा महिला से इश्क लड़ाना पड़ा भारी! जानें कोर्ट ने दी क्या सजा