अब और खतरनाक बनेगा भारत का राफेल! पेरिस एयर शो में पेश हुआ इस नई तकनीक पर काम करने वाला AASM XLR 1000 हथियार

अब और खतरनाक बनेगा भारत का राफेल! पेरिस एयर शो में पेश हुआ इस नई तकनीक पर काम करने वाला AASM XLR 1000 हथियार


AASM XLR 1000 एक लंबी दूरी से हमला करने वाला स्मार्ट बम है जिसे राफेल जैसे एडवांस फाइटर जेट से लॉन्च किया जा सकता है. इसमें GPS और इनर्शियल नेविगेशन सिस्टम (INS) की मदद से लक्ष्य को सटीकता से भेदा जा सकता है.

इसके साथ ही इस हथियार में Mk84 बम, भारी वॉरहेड, टर्बोजेट इंजन और लेजर व इन्फ्रारेड तकनीक वाला ड्यूल-मोड सीकर भी लगाया गया है, जो इसे और घातक बनाता है.

इसके साथ ही इस हथियार में Mk84 बम, भारी वॉरहेड, टर्बोजेट इंजन और लेजर व इन्फ्रारेड तकनीक वाला ड्यूल-मोड सीकर भी लगाया गया है, जो इसे और घातक बनाता है.

Safran कंपनी पहले ही इस वेपन की रेंज को लेकर जानकारी दे चुकी है. AASM XLR 1000 की मारक दूरी 150 से 200 किलोमीटर तक हो सकती है, जो इसके पुराने वर्जन (70 किलोमीटर) से तीन गुना ज्यादा है. यानी दुश्मन के ठिकाने भले ही कितनी भी दूर हों, ये हथियार उन्हें निशाना बनाने में पूरी तरह सक्षम होगा.

Safran कंपनी पहले ही इस वेपन की रेंज को लेकर जानकारी दे चुकी है. AASM XLR 1000 की मारक दूरी 150 से 200 किलोमीटर तक हो सकती है, जो इसके पुराने वर्जन (70 किलोमीटर) से तीन गुना ज्यादा है. यानी दुश्मन के ठिकाने भले ही कितनी भी दूर हों, ये हथियार उन्हें निशाना बनाने में पूरी तरह सक्षम होगा.

यह वेपन इतनी ऊंचाई से लॉन्च किया जाएगा कि दुश्मन की एयर डिफेंस सिस्टम की पकड़ में भी न आए. फिर भी यह मजबूत बंकर, इमारतें और एयर डिफेंस इकाइयों को सटीकता से तबाह कर सकेगा. इससे राफेल जेट को करीब जाकर हमला करने की जरूरत नहीं होगी और भारतीय पायलटों की सुरक्षा भी बढ़ेगी.

यह वेपन इतनी ऊंचाई से लॉन्च किया जाएगा कि दुश्मन की एयर डिफेंस सिस्टम की पकड़ में भी न आए. फिर भी यह मजबूत बंकर, इमारतें और एयर डिफेंस इकाइयों को सटीकता से तबाह कर सकेगा. इससे राफेल जेट को करीब जाकर हमला करने की जरूरत नहीं होगी और भारतीय पायलटों की सुरक्षा भी बढ़ेगी.

AASM Hammer 250 का इस्तेमाल पहले से ही कई देशों में हो रहा है, जैसे कि फ्रांस, भारत, मोरक्को, मिस्र, कतर और क्रोएशिया. लेकिन AASM XLR 1000 यानी इसका सबसे एडवांस वर्जन फिलहाल सिर्फ फ्रांसीसी वायुसेना के लिए उपलब्ध रहेगा, जो इसे अपने राफेल F4.1 वर्जन में इस्तेमाल करेगी. UAE को भी जब 2027 में राफेल F4 वर्जन मिलेगा, तो संभव है कि उसे भी यह घातक हथियार मिल जाए.

AASM Hammer 250 का इस्तेमाल पहले से ही कई देशों में हो रहा है, जैसे कि फ्रांस, भारत, मोरक्को, मिस्र, कतर और क्रोएशिया. लेकिन AASM XLR 1000 यानी इसका सबसे एडवांस वर्जन फिलहाल सिर्फ फ्रांसीसी वायुसेना के लिए उपलब्ध रहेगा, जो इसे अपने राफेल F4.1 वर्जन में इस्तेमाल करेगी. UAE को भी जब 2027 में राफेल F4 वर्जन मिलेगा, तो संभव है कि उसे भी यह घातक हथियार मिल जाए.

भले ही AASM XLR 1000 फिलहाल केवल फ्रांस के पास रहेगा लेकिन भारत पहले ही Safran के कई हथियारों का उपयोग कर रहा है. ऐसे में आने वाले समय में यह नया सिस्टम भारतीय वायुसेना की राफेल यूनिट्स का हिस्सा बन सकता है. अगर ऐसा हुआ तो भारतीय राफेल पहले से कहीं ज्यादा दूर तक और सटीक वार करने में सक्षम हो जाएंगे.

भले ही AASM XLR 1000 फिलहाल केवल फ्रांस के पास रहेगा लेकिन भारत पहले ही Safran के कई हथियारों का उपयोग कर रहा है. ऐसे में आने वाले समय में यह नया सिस्टम भारतीय वायुसेना की राफेल यूनिट्स का हिस्सा बन सकता है. अगर ऐसा हुआ तो भारतीय राफेल पहले से कहीं ज्यादा दूर तक और सटीक वार करने में सक्षम हो जाएंगे.

Published at : 30 Jun 2025 08:55 AM (IST)

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