Donald Trump Action Against Illegal Immigrants: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अवैध अप्रवासियों के लिए अपनी खतरनाक योजना का खुलासा किया है. ट्रंप ने अवैध अप्रवासियों को अब कुख्यात ग्वांतानामो सैन्य जेल में रखने की योजना के बारे में बताया है. ग्वांतानामो बे वही सैन्य जेल है, जहां अमेरिका में 9/11 के भयानक हमले के बाद अफगानिस्तान और पाकिस्तान से पकड़े गए अलकायदा समेत अन्य खूंखार आतंकवादियों और संदिग्धों को बंधक बनाया गया.
राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि वे संघीय अधिकारियों को क्यूबा के पूर्वी छोर पर स्थित जेल में अवैध विदेशी अप्रवासियों को रखने के लिए सेंटर बनाने का आदेश देंगे. उन्होंने कहा, “हमारे पास ग्वांतानामो में 30,000 बेड हैं, जहां अमेरिका के लोगों को धमकाने वाले सबसे बुरे विदेशी अपराधियों को रखा जा सकता है.”
उन्होंने आगे कहा, “उनमें से कुछ इतने बुरे हैं कि हम उन देशों पर भी भरोसा नहीं करते कि वे खुद उन्हें पकड़ेंगे और हम नहीं चाहते है कि वे वापस आएं.”
ग्वांतानामो से बाहर निकलना बहुत मुश्किल
एसोसिएटेड प्रेस (एपी) की रिपोर्ट के मुताबिक, व्हाइट हाउस ने घोषणा की कि ग्वांतानामो के ज्ञापन पर अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हस्ताक्षर कर दिए हैं. राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, “इस कदम से अमेरिकी हिरासत में बंदियों की संख्या दोगुनी हो जाएगी और ग्वांतानामो से बाहर निकलना बहुत मुश्किल है.”
प्रवासी अधिकार समूहों ने इस कदम पर निराशा व्यक्त की है. डिटेंशन वॉच नेटवर्क की कार्यक्रम निदेशक स्टेसी सूह ने अपने एक बयान में कहा, “ग्वांतानामो बे जेल का अपमानजनक इतिहास अपने आप में बोलता है और यह निश्चित रूप से लोगों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को खतरे में डालेगा.”
अमेरिकी युद्ध बंदियों को रखने के लिए होता है इस्तेमाल
क्यूबा के पूर्वी छोर पर मौजूद ग्वांतानामो बे जेल में स्थित अमेरिकी सैन्य अड्डे का इस्तेमाल सालों से आतंकवाद के खिलाफ अमेरिकी युद्ध के बंदियों को रखने के लिए किया जाता रहा है. इस सैन्य जेल में अफगानिस्तान और पाकिस्तान के पकड़े गए अलकायदा और इस्लामिक स्टेट के आतंकियों को भी रखा गया है.
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