अमेरिका में भारतीय दूतावास को क्यों जारी करनी पड़ी एडवाइजरी, इंडियंस को कौन बना रहा निशाना

अमेरिका में भारतीय दूतावास को क्यों जारी करनी पड़ी एडवाइजरी, इंडियंस को कौन बना रहा निशाना


US Indian Embassy Fraud Call: अमेरिका में भारतीय दूतावास ने फर्जी कॉल्स के जरिए भारतीय नागरिकों को ठगने के बढ़ते मामले को लेकर एक एडवाइजरी जारी की है. दरअसल, धोखेबाज दूतावास का नाम और टेलीफोन नंबर इस्तेमाल कर लोगों को पासपोर्ट, वीजा, और इमिग्रेशन फॉर्म में कथित गलतियों का डर दिखाकर पैसे मांग रहे हैं.

भारतीय दूतावास ने चेतावनी दी है कि कुछ धोखेबाज दूतावास की टेलीफोन लाइनों का दुरुपयोग कर रहे हैं. ये कॉल्स अक्सर भारतीय दूतावास के टेलीफोन नंबर (202-939-7000) से आई दिखाई जाती हैं, लेकिन असल में ये कॉल्स फर्जी होती हैं. कॉल करने वाले लोग भारतीय नागरिकों से क्रेडिट कार्ड डिटेल जैसी व्यक्तिगत जानकारी मांगते हैं या पैसे ऐंठने की कोशिश करते हैं. वे दावा करते हैं कि लोगों के पासपोर्ट, वीजा, या इमिग्रेशन फॉर्म में गलतियां हैं जिन्हें पैसे देकर ही सुधारा जा सकता है. वरना आपको निर्वासन या जेल का सामना करना पड़ेगा.

भारतीय दूतावास ने क्या कहा ?
भारतीय दूतावास ने साफ तौर पर कहा है कि दूतावास या उसके अधिकारी कभी भी किसी भी व्यक्ति से फोन के जरिए व्यक्तिगत जानकारी नहीं मांगते हैं. यदि किसी आवेदक से कोई अतिरिक्त दस्तावेज की जरूरत होती है, तो यह केवल @mea.gov.in डोमेन से आने वाले आधिकारिक ईमेल के माध्यम से ही मांगा जाता है. दूतावास ने सभी भारतीय नागरिकों से आग्रह किया है कि वे ऐसी किसी भी संदिग्ध कॉल का जवाब न दें और कोई भी व्यक्तिगत जानकारी न दें या पैसे ट्रांसफर न करें.

स्पूफिंग: धोखाधड़ी का नया तरीका
धोखेबाज स्पूफिंग तकनीक का इस्तेमाल कर रहे हैं, जिसमें ऐसा लगता है कि कॉल दूतावास के असली नंबर से आ रही है, जबकि असल में कॉल कहीं और से की जा रही होती है. इस तकनीक का इस्तेमाल कर धोखेबाज कॉल करने वाले व्यक्ति को ठगने की कोशिश करते हैं. दूतावास ने बताया कि यदि आप फर्जी कॉल्स के बारे में जानकारी साझा करना चाहते हैं, तो आप इसे ‘इनफॉर्मेशन ऑन स्पूफ्ड कॉल्स’ सब्जेक्ट के साथ ईमेल करके cpers.washington@mea.gov.in पर भेज सकते हैं.

एडवाइजरी में दिए गए निर्देश
संदिग्ध कॉल्स को नजरअंदाज करें: भारतीय दूतावास की ओर से किसी भी संदिग्ध कॉल पर ध्यान न दें, खासकर जब कॉल में व्यक्तिगत जानकारी या पैसे की मांग की जाए.
व्यक्तिगत जानकारी न दें: धोखेबाजों को कोई भी व्यक्तिगत जानकारी न दें, जैसे क्रेडिट कार्ड नंबर या पासपोर्ट विवरण.
दूतावास को सूचित करें: यदि आपको किसी फर्जी कॉल के बारे में जानकारी मिलती है, तो इसे cons1.washington@mea.gov.in पर रिपोर्ट करें.
ईमेल से संपर्क करें: यदि आपको अतिरिक्त दस्तावेज जमा करने की आवश्यकता होती है, तो यह केवल दूतावास के आधिकारिक ईमेल (@mea.gov.in) के माध्यम से ही मांगा जाएगा.

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