Donald Trump-Zelensky Clash: व्हाइट हाउस में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के बीच 28 फरवरी, 2025 को ओवल ऑफिस में तीखी बहस हुई. इस घटना के बाद अमेरिकी अधिकारियों ने यूक्रेन को दी जा रही आर्थिक सहायता में संभावित धोखाधड़ी और दुरुपयोग की जांच तेज करने का फैसला किया.
‘जेलेंस्की ने पैसा दुबई और लंदन भेजा’
इस बीच, पाकिस्तानी एक्सपर्ट डॉ. साजिद तरार ने बड़ा दावा किया है. उनके अनुसार, अमेरिकी सहायता का पैसा जेलेंस्की ने दुबई और लंदन भेज दिया है. डॉ. तरार ने कहा, “जो बाइडेन ने यूक्रेन को 500 बिलियन डॉलर की सहायता दी, और इसमें से बहुत सारा पैसा दुबई और लंदन पहुंच चुका है. अगर ट्रंप इसे रोकना चाहते हैं, तो इसमें किसी को तकलीफ क्यों होनी चाहिए?”
जेलेंस्की को ट्रंप की तीन बड़ी चेतावनियां
डॉ. साजिद तरार ने यह भी कहा कि डोनाल्ड ट्रंप तीन कारणों से जेलेंस्की पर दबाव डाल रहे हैं:
यूक्रेन में चुनाव – ट्रंप का दावा है कि जेलेंस्की चुनाव कराने से बच रहे हैं, क्योंकि उन्हें हार का डर है.
युद्ध पर नियंत्रण – ट्रंप के अनुसार, अगर अमेरिका स्टारलिंक इंटरनेट बंद कर दे, तो युद्ध तुरंत खत्म हो जाएगा.
शांति समझौता – ट्रंप चाहते हैं कि जेलेंस्की रूस के साथ शांति वार्ता करें, लेकिन वह इसके लिए तैयार नहीं हैं.
व्हाइट हाउस से जेलेंस्की को बाहर भेजने पर विवाद
जेलेंस्की शुक्रवार, 28 फरवरी 2025 को युद्ध में शांति स्थापित करने पर चर्चा के लिए व्हाइट हाउस पहुंचे थे, लेकिन जब उन्होंने रूस के साथ शांति समझौते से इनकार किया, तो ट्रंप भड़क गए. ट्रंप ने जेलेंस्की को गुस्से में व्हाइट हाउस से बाहर भेज दिया और कहा, “जब वे शांति के लिए तैयार होंगे, तब वापस आ सकते हैं.”
इसके बाद, जेलेंस्की ने अमेरिका और उसकी जनता के समर्थन के लिए आभार व्यक्त किया और कहा कि यूक्रेन न्यायपूर्ण और स्थायी शांति की दिशा में काम कर रहा है. हालांकि, इस विवाद के बावजूद, जर्मनी, फ्रांस और पोलैंड ने यूक्रेन के प्रति अपने समर्थन की पुष्टि की है.