US Army Day 2025: पाकिस्तानी सेना प्रमुख आसिम मुनीर को अमेरिकी सेना के 250वी वर्षगांठ के मौके पर होने वाले समारोह में शामिल होने के लिये निमंत्रण मिला है. वे इस समारोह में शामिल होने के लिए 12 जून को अमेरिका के वॉशिंगटन डीसी पहुंचेंगे. आसिम मुनीर को अमेरिका से मिले इस न्योते के बाद भारत में भी हलचल काफी बढ़ गयी है. एक तरफ सियासी गलियारों में इसको लेकर वाद-विवाद शुरू हो गया है तो वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस को मोदी सरकार की विदेश नीति पर सवाल खड़े करने का एक और बड़ा मौका मिल गया है.
कूटनीतिक दृष्टि से भारत के लिए झटका
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने अमेरिका की ओर से पाकिस्तान आर्मी चीफ मुनीर को भेजे गये इस न्योते पर सवाल खड़ा किया है. उन्होंने कहा, “पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर को अमेरिका के सेना दिवस (14 जून) के मौके पर वॉशिंगटन डीसी में आयोजित कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया है. यह खबर भारत के लिए कूटनीतिक और सामरिक दृष्टि से एक बड़ा झटका है.”
‘आसिम मुनीर का बतौर अतिथि शामिल होना चिंता का विषय’
जयराम रमेश ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, “यह वही व्यक्ति हैं जिसने पहलगाम आतंकी हमले से ठीक पहले भड़काऊ और उकसाने वाली भाषा का इस्तेमाल किया था. सवाल उठता है कि अमेरिका की मंशा क्या है? अभी अमेरिकी सेंट्रल कमांड के प्रमुख ने भी बयान दिया था कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में पाकिस्तान, अमेरिका का एक शानदार साझेदार है. मोदी सरकार कह रही है कि ऑपरेशन सिंदूर अभी जारी है, ऐसे में पाकिस्तानी सेना प्रमुख का अमेरिकी सेना दिवस में बतौर अतिथि शामिल होना निश्चित ही गंभीर चिंता का विषय है.”
‘ट्रंप भारत-पाकिस्तान को एक तराजू में रख रहे’
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने मोदी सरकार की विदेश नीति पर सवाल खड़ा करते हुए लिखा, “ट्रंप प्रशासन लगातार ऐसे बयान दे रहा है जिसके यही मायने निकाले जा सकते हैं कि अमेरिका भारत और पाकिस्तान को एक ही तराजू में रखकर देख रहा है. अमेरिका सहित पूरी दुनिया को पाकिस्तान की आतंकवाद-समर्थक भूमिका से अवगत कराकर लौटे प्रतिनिधिमंडल का प्रधानमंत्री अभी स्वागत-सत्कार कर ही रहे हैं और उसी वक्त वॉशिंगटन डीसी से इस तरह की खबरें आ रही हैं, जो भारत की कूटनीतिक स्थिति को और असहज बनाती हैं.
अपनी हठ छोड़ें पीएम मोदी- जयराम रमेश
कांग्रेस ने अपनी मांग को दोहराते हुए फिर कहा कि प्रधानमंत्री को अब अपनी हठ और प्रतिष्ठा की चिंता छोड़कर एक सर्वदलीय बैठक और संसद का विशेष सत्र बुलाना चाहिए, ताकि राष्ट्र अपनी सामूहिक इच्छा-शक्ति को स्पष्ट रूप से व्यक्त कर सके और देश के सामने एक ठोस रोडमैप प्रस्तुत किया जा सके. पार्टी ने कहा कि दशकों की कूटनीतिक प्रगति को इतनी आसानी से कमजोर नहीं होने दिया जा सकता.
‘हमारी कूटनीति की बहुत बड़ी विफलता’
इस मुद्दे पर कांग्रेस सांसद तारीक अनवर ने कहा कि हमें इस बात को स्वीकार करना होगा कि ये हमारी कूटनीति की बहुत बड़ी विफलता है. उन्होंने कहा, “हमारा विदेश मंत्रालय पाकिस्तान के खिलाफ दुनिया में माहौल बनाने में नाकामयाब रहा है. आज भी उसको उतना ही सम्मान मिल रहा है. जबकि हम लगातार ये कहते रहे हैं कि पाकिस्तान एक ऐसा देश है जहां आतंकवाद को जन्म दिया जाता है, उसको बढ़ावा दिया जाता है.”
उन्होंने कहा, “अभी ऑल पार्टी डेलीगेशन भी हमारा गया था, उसका भी कोई प्रभाव नहीं पड़ा है. ऐसा लगता है वो भी पाकिस्तान को अलग-थलग करने में नाकाम रहा है. इमरान खान की पार्टी पीटीआई ने आसिम मुनीर की इस अमेरिका यात्रा के दौरान विरोध-प्रदर्शन का ऐलान किया है.”