Akash Chopra announced team of uncapped IPL XI: आईपीएल खत्म हो चुका है और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु इस बार खिताब जीत चुकी है. अब भारत के पूर्व ओपनर आकाश चोपड़ा ने एक टीम बनाई है. यह टीम साल 2025 के लिए सर्वश्रेष्ठ अनकैप्ड भारतीय खिलाड़ियों की है. आइए देखते हैं उन्होंने प्लेइंग 11 में किसे जगह दी है.
आकाश चोपड़ा की सर्वश्रेष्ठ अनकैप्ड टीम में कौन-कौन शामिल
आकाश चोपड़ा ने अपने यूट्यूब चैनल पर इस टीम की घोषणा की है. आकाश चोपड़ा के प्लेइंग इलेवन की बात करें तो उन्होंने ओपनर के तौर पर पंजाब किंग्स के प्रभसिमरन सिंह और प्रियांश आर्य को चुना है. वहीं तीन नंबर पर उन्होंने राजस्थान रॉयल्स के 14 वर्षीय वैभव सूर्यवंशी को रखा है.
वहीं उन्होंने अपनी टीम का कप्तान पंजाब किंग्स के फिनिशर शशांक सिंह को बनाया है. इन खिलाड़ियों के अलावा उन्होंने मुंबई इंडियंस के नमन धीर, पीबीकेएस के नेहल वढेरा, विजयकुमार वैशाक, बाएं हाथ के स्पिनर हरप्रीत बराड़, दिल्ली कैपिटल्स के स्पिन ऑलराउंडर विप्रज निगम को शामिल किया है.
टूर्नामेंट की सर्वश्रेष्ठ टीम का चयन
आईपीएल 2025 के समापन के साथ ही ईएसपीएन क्रिकइंफो ने टूर्नामेंट की सर्वश्रेष्ठ टीम का चयन किया है जिसमें श्रेयस अय्यर को कप्तान बनाया गया है जबकि स्टार बल्लेबाज विराट कोहली को भी टीम में जगह मिली है. आइए डालते हैं इस पर एक नजर.
साई सुदर्शन (गुजरात टाइटंस)
पारी 15 | रन 759 | स्ट्राइक रेट 156.17 | औसत 54.21 | 1×100/6×50
साई सुदर्शन रन बनाने के मामले में सबसे आगे रहे और उनके सबसे करीब सिर्फ़ सूर्यकुमार यादव पहुंचे, जो उनसे 50 रन पीछे थे. उन्होंने 15 में से 12 पारियों में 30 या उससे अधिक रन बनाए, जिनमें से सात बार अर्धशतक शामिल था. उनका स्ट्राइक रेट (156.17) अब तक के उनके आईपीएल सफर का सर्वश्रेष्ठ स्ट्राइक रेट रहा, जो 2023 के 141.40 से कहीं अधिक था.
विराट कोहली (रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु)
पारी 15 | रन 657 | स्ट्राइक रेट 144.71 | औसत 54.75 | 8×50
इस सीजन विराट कोहली को आखिरकार 18 साल बाद आईपीएल ट्रॉफी मिल ही गई. यह उनके लिए लगातार तीसरा सीजन था, जहां उन्होंने 600 से अधिक रन बनाए. उनके आठ अर्धशतक आरसीबी की जीत में आए, जबकि किसी अन्य बल्लेबाज के केवल चार अर्धशतक ही जीत में आए थे. आरसीबी की 11 जीतों में कोहली ने 584 रन बनाए, जबकि कोई और बल्लेबाज 450 रन भी नहीं बना सका.
जॉस बटलर (गुजरात टाइटंस)
पारी 13 | रन 538 | स्ट्राइक रेट 163.03 | औसत 59.77 | 5×50
जॉस बटलर ने नंबर तीन की भूमिका में गुजरात टाइटंस (जीटी) के लिए शानदार खेल दिखाया. यह उनका अब तक का सबसे बेहतरीन स्ट्राइक रेट वाला आईपीएल सीजन रहा. उन्होंने चार अर्धशतक 170 से ऊपर के स्ट्राइक रेट से बनाए, जिसमें दिल्ली कैपिटल्स (डीसी) के खिलाफ 54 गेंदों में नाबाद 97 रन की पारी शामिल है.
सूर्यकुमार यादव (मुम्बई इंडियंस)
पारी 16 | रन 717 | स्ट्राइक रेट 167.91 | औसत 65.18 | 5×50
टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में खराब दौर के बाद सूर्यकुमार यादव ने जबरदस्त वापसी की. उन्होंने हर एक पारी में कम से कम 25 रन बनाए, जो पुरुषों के टी20 टूर्नामेंट में विश्व रिकॉर्ड है. मुंबई इंडियंस (एमआई) के लिए वह पूरी बल्लेबाजी को संभालते दिखे. वह इस सीजन के सबसे प्रभावशाली खिलाड़ी भी रहे.
श्रेयस अय्यर (कप्तान) (पंजाब किंग्स)
पारी 17 | रन 604 | स्ट्राइक रेट 175.07 | औसत 50.33 | 6×50
श्रेयस अय्यर ने पंजाब किंग्स (पीबीकेएस) की किस्मत ही बदल दी. बतौर बल्लेबाज उन्होंने दो बेहतरीन पारियां खेलीं- सीजन की शुरुआत में जीटी के खिलाफ 97* (42) और सीजन के अंत में एमआई के खिलाफ 87* (41), जिसने पंजाब को फाइनल में पहुंचाया.
हार्दिक पांड्या (मुंबई इंडियंस)
मैच 15 | रन 224 | स्ट्राइक रेट 163.50 | विकेट 14 | इकॉनमी 9.77
यह सीजन ऑलराउंडर्स के लिए खास नहीं रहा, लेकिन हार्दिक ने बुमराह की अनुपस्थिति में शुरुआती मैचों में गेंदबाजी की जिम्मेदारी निभाई और पहले चार मैचों में 10 विकेट लिए. उन्होंने फिनिशर की भूमिका में कुछ तेज पारियां भी खेलीं, जिसमें आरसीबी के खिलाफ 42 (15), आरआर के खिलाफ 48* (23) और जीटी के खिलाफ 22* (9) रनों की पारी शामिल है.
जितेश शर्मा (विकेटकीपर) (रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु)
मैच 15 | रन 261 | स्ट्राइक रेट 176.35 | कैच/स्टंपिंग 19/1
जितेश शर्मा ने जब भी रन बनाए, धुआंधार अंदाज में बनाए. उनकी 40* (19) रनों की पारी ने एमआई के खिलाफ आरसीबी को दस साल में पहली जीत दिलाई. लखनऊ सुपर जायंट्स (एलएसजी) के खिलाफ 85* (33) और पीबीकेएस के खिलाफ फाइनल में 10 गेंदों में 24 रन भी निर्णायक रहे. विकेट के पीछे भी वह सबसे ज्यादा सफल रहे.
क्रुणाल पांड्या (रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु)
मैच 15 | विकेट 17 | इकॉनमी 8.23 | रन 109 | स्ट्राइक रेट 126.74
क्रुणाल पांड्या ने सीजन की शुरुआत केकेआर के खिलाफ 3/29 के आंकड़े के साथ की और फाइनल में उन्होंने पीबीकेएस के खिलाफ 2/17 के आंकड़े दर्ज किए. दोनों मौकों पर उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया. उन्होंने एमआई के खिलाफ 4/45 का आंकड़ा भी दर्ज किया. बल्ले से उन्होंने डीसी के खिलाफ नाबाद 73 रन की मैच जिताऊ पारी खेली.
नूर अहमद (चेन्नई सुपरकिंग्स )
पारी 14 | विकेट 24 | इकॉनमी 8.2 | औसत 17.0
नूर अहमद प्लेऑफ तक नहीं पहुंची टीम के इकलौते खिलाड़ी हैं, जिन्होंने इस टीम में जगह बनाई है. वह बाकी स्पिनरों से काफी आगे रहे और सिर्फ एक विकेट से पर्पल कैप से चूक गए. उन्होंने छह बार पारी में दो या उससे ज्यादा विकेट लिए और सबसे नियमित रूप से विकेट लेने वाले गेंदबाजों में रहे.
जसप्रीत बुमराह (मुंबई इंडियंस)
पारी 12 | विकेट 18 | इकॉनमी 6.67 | औसत 17.55
बुमराह का इकॉनमी रेट 5+ ओवर वाले गेंदबाजों में सबसे कम रहा. डेथ ओवर्स में उनका इकॉनमी 7.5 रहा, जबकि किसी अन्य गेंदबाज का 8.8 से कम नहीं था. सात बार उन्होंने छह से कम रन प्रति ओवर दिए। वह मुंबई के लिए गेम चेंजर रहे।. यदि वह पूरे सीजन खेलते तो पर्पल कैप से दूर नहीं रहते.
प्रसिद्ध कृष्णा (गुजरात टाइटंस)
पारी 15 | विकेट 25 | इकॉनमी 8.27 | औसत 19.52
तीन साल बाद आईपीएल में लौटे प्रसिद्ध कृष्णा ने पर्पल कैप जीता. उन्होंने नौ बार दो या उससे ज्यादा विकेट लिए और आठ बार सात से कम की इकॉनमी से गेंदबाजी की. मिडिल ओवर्स में उन्होंने 11 विकेट लिए, जो किसी तेज गेंदबाज के लिए सबसे ज्यादा थे. उनका फॉल्स शॉट प्रतिशत 41% रहा.
जॉश हेजलवुड (रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु)
पारी 12 | विकेट 22 | इकॉनमी 8.77 | औसत 17.54
हेजलवुड ने आरसीबी के गेंदबाजी आक्रमण की अगुवाई की. उन्होंने पावरप्ले (7.27 इकॉनमी), मिडल ओवर्स (हर 10 गेंद पर विकेट) और डेथ ओवर्स में प्रभाव डाला. उन्होंने क्वालिफायर-1 में 3/21 के आंकड़े दर्ज किए, जबकि वह एक महीने में कोई पहला मैच खेल रहे थे.
(पीटीआई इनपुट के साथ)