TikTok Ban: चीनी कंपनी बाइटडांस के स्वामित्व वाले वीडियो ऐप टिकटॉक पर अब अमेरिका में भी प्रतिबंध लगने जा रहा है. 19 जनवरी से यह प्रतिबंध लागू हो जाएगा, जिसके बाद टिकटॉक अमेरिका में पूरी तरह बंद हो जाएगा. भारत के बाद अमेरिका में भी इस ऐप पर प्रतिबंध लगने से सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. आइए जानते हैं, किन कारणों से दुनियाभर में कई देश इस ऐप पर प्रतिबंध लगा रहे हैं.
टिकटॉक पर सबसे बड़ा आरोप डेटा में सेंधमारी का है. इस डिजिटल युग में डेटा सबसे कीमती संपत्ति बन गया है. कई देशों का मानना है कि टिकटॉक, चीन की कंपनी होने के नाते, यूजर्स के डेटा को चीनी सरकार के साथ साझा कर सकती है. यह राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बन सकता है. अमेरिका सहित कई देशों ने इसी वजह से टिकटॉक पर सख्त कदम उठाए हैं.
फेक न्यूज और अस्थिरता
फेक न्यूज फैलाने का आरोप भी टिकटॉक पर अक्सर लगाया जाता रहा है. कई बार इस ऐप पर गलत जानकारी फैलने से समाज में अस्थिरता पैदा हुई है. कई देश मानते हैं कि इस ऐप का उपयोग झूठी जानकारी और देश के अंदर अशांति फैलाने के लिए किया जा सकता है. इसीलिए, फेक न्यूज पर रोक लगाने के लिए कई देशों ने टिकटॉक पर प्रतिबंध लगाना उचित समझा.
अश्लील कंटेंट और सामाजिक प्रभाव
टिकटॉक पर अश्लील सामग्री और हिंसा से जुड़े वीडियो का भी मुद्दा उठाया गया है. इस ऐप पर कई बार ऐसे वीडियो अपलोड किए गए, जिनका बच्चों और युवाओं पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा. सामाजिक सुरक्षा और नैतिकता के मद्देनजर, अश्लील कंटेंट पर रोक लगाने के लिए टिकटॉक पर प्रतिबंध लगाया गया.
साइबरबुलिंग और मानसिक स्वास्थ्य
साइबरबुलिंग और ऑनलाइन उत्पीड़न के बढ़ते मामलों के कारण भी कई देश टिकटॉक पर बैन लगा रहे हैं. बच्चों और युवाओं के मानसिक स्वास्थ्य पर साइबरबुलिंग का बुरा प्रभाव पड़ता है. इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए टिकटॉक पर प्रतिबंध लगाया जा रहा है.
भारत में टिकटॉक पर प्रतिबंध के कारण
भारत में जून 2020 में टिकटॉक पर बैन लगा दिया गया था. भारत सरकार ने इसे राष्ट्रीय सुरक्षा और डिजिटल संप्रभुता के लिए खतरा माना था. साथ ही, अश्लील सामग्री और फेक न्यूज को लेकर भी शिकायतें सामने आई थीं. इन कारणों के चलते, भारत ने टिकटॉक सहित कई चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लगाया.
अमेरिका में टिकटॉक को राहत की संभावना?
अमेरिका में टिकटॉक को राहत मिलने की संभावना बेहद कम है. यदि कंपनी अपना अमेरिकी परिचालन बेच देती है या अदालतों के माध्यम से प्रतिबंध को असंवैधानिक साबित कर पाती है, तभी इस पर विचार किया जा सकता है. हालांकि, अमेरिकी उपयोगकर्ताओं ने पहले ही वैकल्पिक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की ओर रुख करना शुरू कर दिया है.