गुजरात एंटी टेररिस्ट स्क्वाड (ATS) की टीम ने कुख्यात आतंकी संगठन अल कायदा से जुड़ी एक 30 साल की शमा परवीन को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया है. एटीएस ने इससे कुछ दिन पहले नोएडा, दिल्ली, यूपी और गुजरात से 3 आतंकियों को पकड़ा था. शमा परवीन की गिरफ्तारी भी इसी सिलसिले में हुई है.
आतंकी शमा परवीन की गिरफ्तारी को एटीएस बड़ी कामयाबी के तौर पर देख रही है. गुजरात एटीएस के डीआईजी सुनील जोशी के अनुसार अल-कायदा से जुड़ी बेंगलुरु की शमा परवीन (30) नाम की एक महिला को गिरफ्तार किया गया है. इससे पहले तीन आतंकवादियों को गिरफ्तार किया गया था.
गुजरात के गृह राज्य मंत्री ने क्या कहा ?
गुजरात एटीएस की तरफ से जारी की गई फोटो में शमा परवीन बुरका पहने हुए है और सिर्फ चेहरा ही दिख रहा है. गुजरात के गृह राज्य मंत्री हर्ष सांघवी ने जानकारी देते हुए कहा कि गुजरात पुलिस ने ऑनलाइन आतंकी मॉड्यूल को तोड़ने में सफलता हासिल की है. इस मामले में 3 आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है. इनसे पूछताछ के आधार पर इस महिला आतंकी को एटीएस ने बेंगलुरु से दबोचा है.
रिपोर्ट के अनुसार मुताबिक शमा परवीन नाम की ये महिला पाकिस्तान के टेरर आकाओं के सीधे संपर्क में थी. ये आतंकी 5 टेरर मॉड्यूल पर काम कर रहे थे. एटीएस के अनुसार इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस से शमा परवीन के पाकिस्तानी कनेक्शन का खुलासा हुआ है.
गुजरात एटीएस के डीआईजी सुनील जोशी का बयान
गुजरात एटीएस के डीआईजी सुनील जोशी ने शमा परवीन की गिरफ्तारी पर कहा कि 22 जुलाई को पकड़े गए आतंकी एक इंस्टाग्राम अकाउंट के संपर्क में थे. इनके तीन और अकाउंट पर कनेक्शन थे. इस अकाउंट के काफी फॉलोअर्स थे. बेंगलुरु से शमा परवीन इस अकाउंट को चला रही थी. इस अकाउंट के जरिए ही वो लड़कों का ब्रेनवॉश कर उन्हें रेडिक्लाइज करती थी. इनका मकसद भारत में धर्म के आधार पर हिंसा फैलाकर दंगे-फसाद कराना था.
डीआईजी ने आगे कहा कि कर्नाटक पुलिस की मदद से शमा परवीन को गिरफ्तार किया गया है. इसके बाद ट्रांजिट रिमांड पर गुजरात लाया गया है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के अलावा दूसरे देशों के लोगों के साथ भी उसका संपर्क था, जिसकी जांच चल रही है.
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