US in Israel-Iran Conflicts: ईरान और इजरायल के बीच जारी जंग की तस्वीर अमेरिका के शामिल होने के बाद बदल सकती है. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में कहा था कि वे इजरायल-ईरान युद्ध में सीधे तौर पर शामिल होने का फैसला कर सकते हैं. इस बीच संयुक्त राज्य अमेरिका ने एक बड़ा फैसला लिया है. अमेरिका के मिसौरी स्थित व्हाइटमैन एयर फोर्स बेस से छह बी-2 स्टील्थ बॉम्बर्स गुआम में स्थित अमेरिकी एयरफोर्स के बेस पर पहुंचे हैं.
बंकर बस्टर के साथ बी-2 बॉम्बर ने भरी उड़ान
फॉक्स न्यूज की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि फ्लाइट ट्रैकिंग डेटा और एयर ट्रैफिक कंट्रोल के साथ हुई बातचीत के मुताबिक, जब इन बी-2 बॉम्बर विमानों ने उड़ान भरी, तब इनमें फ्यूल टैंक को पूरी तरह से नहीं भरा गया था. उनके मिसौरी से उड़ान भरने के बाद बीच रास्ते में रिफ्यूलिंग की गई. इससे अनुमान लगाया गया कि बॉम्बर विमानों में भारी पेलोड था, जो शायद बंकर बस्टर बम हो सकते हैं.
एक बी-2 बॉम्बर दो बंकर बस्टर बम लेकर उड़ान भरने में सक्षम
अमेरिका का एक बी-2 बॉम्बर विमान 15 टन के भार वाले दो बंकर बस्टर बम को लेकर उड़ान भरने में सक्षम है और यह बम पूरी दुनिया में सिर्फ और सिर्फ संयुक्त राज्य अमेरिका के पास है. वहीं, एक्सपर्ट्स का कहना है कि यह बम ईरान के सबसे सुरक्षित परमाणु साइट फोर्डो को निशाना बनाने के लिए बेहद अहम साबित हो सकते हैं.
क्या सच में फोर्डो को तबाह कर सकता है बंकर बस्टर बम?
फाउंडेशन फॉर डिफेंस ऑफ डेमोक्रेसीज के सीईओ मार्क डुबोविट्ज ने फॉक्स न्यूज डिजिटल से कहा कि ईरान के सबसे सुरक्षित न्यूक्लियर साइट फोर्डो के हवा में रहकर नष्ट करने का जो काम है, वो सिर्फ संयुक्त राज्य अमेरिका ही कर सकता है.”
वहीं, JINSA के विदेश नीति के डायरेक्टर जोनाथन रूहे के मुताबिक, अमेरिका का बंकर बस्टर बम इस तरह से डिजाइन किया गया है कि जो कि ग्रैविटी की ताकत का इस्तेमाल कर धरती, पत्थर और कंक्रीट की सतह के अंदर चला जाता है और इसके बाद वह पूरी तरह से अंडरग्राउंड जाकर ब्लास्ट हो जाता है. धरती के अंदर जाकर बम इस तरह विस्फोट होता है जिससे टार्गेट को पूरी तरह से तबाह किया जा सकता है या उस लक्ष्य के आसपास के सारे स्ट्रक्चर को तबाह कर देता है, जिससे वह पूरी तरह से ढह जाए.