Israel attacks Iran: ईरान के सैन्य और परमाणु ठिकानों पर इजरायली हमले के बाद ईरानी सेना की पहली आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने आई है. ईरानी सशस्त्र बलों ने शुक्रवार को स्पष्ट चेतावनी दी कि इजरायल को “भारी कीमत चुकानी” होगी. पूरी दुनिया जैसे ही इस हमले की खबरों से जागी, ईरानी बलों ने इजरायल को “ज़ायोनी राष्ट्र” कहते हुए चेतावनी दी और कहा कि वह अब इस आक्रमण का जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार हैं. ईरानी सेना ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा- “खून का बदला खून.”
तेहरान के रिहायशी क्षेत्रों पर हमले का आरोप
ईरानी सशस्त्र बलों के प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल अबोलफज़ल शेकारची ने सरकारी टेलीविजन पर बताया कि इजरायली हमलों में सिर्फ सैन्य ठिकाने ही नहीं, बल्कि तेहरान के रिहायशी इलाके भी निशाना बने हैं. उन्होंने कहा कि यह हमला अमेरिका के समर्थन से किया गया और इसे एक “बर्बर और योजनाबद्ध आक्रामकता” करार दिया. शेकारची ने कहा कि इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान पूरी तरह से जवाबी कार्रवाई के लिए तैयार है.
हमारे कमांडर और नागरिक हुए शहीद – शेकारची
जनरल शेकारची ने आरोप लगाया कि ज़ायोनी दुश्मन ने अमेरिका की मदद से नागरिक घरों और प्रमुख अधिकारियों के निवासों पर क्रूर हमला किया है. इस लापरवाही भरे हमले में हमारे कई कमांडरों और नागरिकों की शहादत हुई है. उन्होंने चेतावनी दी कि इजरायल ने एक बहुत बड़ी गलती की है और अब उसे इसके लिए एक कठोर और निर्णायक जवाब मिलेगा.
IRGC प्रमुख की मौत की खबर
इस बयान के साथ ईरानी मीडिया चैनलों IRIB और IRNA ने रिपोर्ट दी है कि इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) के कमांडर-इन-चीफ जनरल हुसैन सलामी गुरुवार को हुए टारगेटेड हमलों में मारे गए हैं. इसके अलावा, कई समाचार आउटलेट्स ने यह भी बताया है कि जनरल गुलाम अली राशिद और प्रमुख परमाणु वैज्ञानिक डॉ. फरीदून अब्बासी और डॉ. तेहरांची भी इस हमले में मारे गए हैं.
ईरान के हमलों का जवाब देने के लिए इजरायल तैयार
दो इजरायली अधिकारियों ने न्यूज एजेंसी रॉयटर्स से कहा कि देश अगले कुछ घंटों में ईरान की ओर से संभावित जवाबी हमले के लिए सतर्क है. अधिकारियों के अनुसार, ईरान सैकड़ों बैलिस्टिक मिसाइलें दाग सकता है. इस खतरे को देखते हुए इजरायली प्रशासन ने जनता को कई बार चेतावनी जारी की है. पिछले एक घंटे में जारी बयान में प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि इजरायल के नागरिकों को लंबे समय तक सुरक्षित आश्रयों में रहने के लिए तैयार रहना पड़ सकता है.