Israel Iran War: इजरायल की तरफ से बीते दिनों ईरान की न्यूक्लियर फैसिलिटी को निशाना बनाकर किए गए हमलों पर IAEA का बड़ा बयान आया है. अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी ने मंगलवार (17 जून, 2025) को कहा कि ईरान की सबसे खुफिया और सुरक्षित परमाणु कार्यक्रमों में से एक नतांज परमाणु परिसर को इजरायल ने बड़ा नुकसान पहुंचाया है.
संयुक्त राष्ट्र की परमाणु संस्था ने कहा कि पहले यह माना जाता था कि नतांज परमाणु परिसर एक ऐसी फैसिलिटी है जिसे इजराइल जमीन के नीचे होने के कारण सफलतापूर्वक निशाना नहीं बना सकता है, लेकिन उनके पास उपलब्ध डेटा के अनुसार इजरायल ने इस फैसिलिटी के अंदरूनी हिस्से पर बड़ा हमला किया है.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में IAEA ने कहा कि शुक्रवार के हमलों के बाद एकत्र की गई हाई रिज़ॉल्यूशन वाली सैटेलाइट इमेज के विश्लेषण के आधार पर IAEA ने पहचान की है कि नतांज में जमीन के नीचे बने यूरेनियम संवर्धन संयंत्र पर हमलों का सीधा प्रभाव दिख रहा है.
‘IAEA के अधिकारी साइट का निरीक्षण नहीं कर पाए’
IAEA ने आगे कहा कि वह अभी भी स्थिति का आकलन कर रहा है. बढ़ते संघर्ष के कारण IAEA के अधिकारी सीधे साइट का निरीक्षण नहीं कर पाए हैं. फिलहाल हाई रिज़ॉल्यूशन सैटेलाइट इमेज के साथ-साथ ग्राउंड जीरो पर अपने स्रोतों से प्राप्त फीडबैक के जरिए स्थिति का आकलन किया जा रहा है.
वैश्विक परमाणु निगरानी संस्था ने पहले पुष्टि की थी कि उसी परिसर में एक ओवरग्राउंड संवर्धन सुविधा पहले एक पिछले हमले में नष्ट हो गई थी. IAEA प्रमुख राफेल ग्रॉसी ने सोमवार को कहा था कि भूमिगत यूरेनियम सुविधा में सेंट्रीफ्यूज हड़ताल के दौरान संयंत्र की बिजली आपूर्ति को हुए नुकसान के कारण सबसे अधिक क्षतिग्रस्त हो गए हैं.
ग्रॉसी ने यह भी कहा कि ऐसा लगता है कि ईरान के फोर्डो परमाणु संयंत्र में कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ है, जहां संवर्धन 60 प्रतिशत से अधिक हो गया है, जो हथियार उत्पादन के लिए 90 प्रतिशत की आवश्यकता के बहुत करीब है.
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