Pahalgam Terror Attack: पहलगाम हमले के बाद भारत के कड़े एक्शन से बौखलाया पाकिस्तान एलओसी पर लगातार 11 दिन से सीजफायर का उल्लंघन कर रहा है. बीती रात (4-5 मई) भी पाकिस्तान सेना ने एलओसी पर रातभर गोलीबारी की, जिसका भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया. इस बीच पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने मलेशियाई पीएम अनवर इब्राहिम के साथ फोन पर बात की और पहलगाम आतंकी हमले में कोई हाथ होने से इनकार किया.
अधिकारियों के मुताबिक, पाकिस्तान सेना की ओर से जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा, बारामूला, पुंछ, राजौरी, मेंढर, नौशेरा, सुंदरबनी और अखनूर के आसपास के इलाकों में नियंत्रण रेखा (LoC) के पार बिना उकसावे के रातभर फायरिंग की. भारतीय सेना ने इसका मुंहतोड़ जवाब दिया.
पहलगाम हमले में पाकिस्तान का कोई हाथ नहीं: शहबाज
‘रेडियो पाकिस्तान’ के मुताबिक, मलेशियाई प्रधानमंत्री बातचीत के दौरान शहबाज शरीफ ने 22 अप्रैल के आतंकी हमले के बाद से भारत के ‘उकसाने वाले व्यवहार’ के बाद दक्षिण एशिया में उत्पन्न मौजूदा तनाव पर पाकिस्तान की चिंताओं को साझा किया. शहबाज ने बिना किसी सबूत के घटना से पाकिस्तान को जोड़ने के किसी भी प्रयास को खारिज किया. इसके साथ ही पाक पीएम ने एक बार कहा कि वो पहलगाम आतंकी हमले की निष्पक्ष जांच के लिए तैयार है.
अनवर इब्राहिम को खुश कर रहे हैं शहबाज शरीफ
शहबाज शरीफ ने इस दौरान मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम को खुश करने की कोशिश की. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान इस जांच में मलेशिया की भागीदारी का स्वागत करेगा. बता दें कि पाकिस्तान पहले भी पहलगाम हमले की जांच कराने की मांग करते हुए ढोंग कर चुका है. हालांकि भारत ने उसकी मांग को नकार दिया है और साफ-साफ कहा है कि आतंकवाद को सीमापार से ही बढ़ावा दिया जाता है. इस हमले में भी पाकिस्तानी सेना और आईएसआई का हाथ है.
पहलगाम हमले में 26 लोगों की हुई थी मौत
जम्मू कश्मीर में 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच संबंधों में और खटास आ गई है. इस हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे. यह 2019 में पुलवामा हमले के बाद घाटी में सबसे घातक हमला था.
(पीटीआई-भाषा के इनपुट के साथ)