Tata Communications Limited: टाटा कम्युनिकेशंस लिमिटेड ने हाल ही में FY26 की पहली तिमाही के लिए अपने नतीजे पेश किए थे. पहली तिमाही में कंपनी को घाटा हुआ, लेकिन फिर भी इसके शेयर्स डिमांड में हैं. डोमेस्टिक ब्रोकरेज फर्म नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटी ने इस स्टॉक पर अपनी ‘BUY’की रेटिंग बरकरार रखी है. ब्रोकरेज ने डिजिटल सेगमेंट में इसके लॉन्ग टर्म ग्रोथ की संभावनाओं को देखते हुए इसके 12 महीने के टारगेट प्राइस को 2,000 से बढ़ाकर 2,020 रुपये कर दिया है.
कंपनी को पहली तिमाही में इतने करोड़ का घाटा
वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में 0.5 परसेंट की गिरावट के साथ कंपनी का रेवेन्यू 5,960 करोड़ रुपये रहा, जो साल-दर-साल 6.6 परसेंट की बढ़त को दर्शाता है. डेटा रेवेन्यू में टाटा कम्युनिकेशंस लिमिटेड ने 9.3 परसेंट की बढ़त हासिल की है. इसकी खास वजह डिजिटल सेक्टर में इसका 17.1 परसेंट का ग्रोथ है.
कंपनी का कंसोलिडेटेड EBITDA मार्जिन 19.1 परसेंट रहा, जो पिछली तिमाही के मुकाबले 34 बेसिस पॉइंट बढ़ा है. हालांकि, यह एक साल पहले के मुकाबले 125 बेसिस पॉइंट कम है. कुल मिलाकर तिमाही में कंपनी को 190.14 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ, जो पिछले साल की समान तिमाही में हुए 332.93 करोड़ रुपये से 43 परसेंट कम है.
नुवामा को इसलिए शेयर पर भरोसा
नुवामा ने कहा, हम डिजिटल सेगमेंट में हेल्दी ग्रोथ और मार्जिन पर फोकस को सही दिशा में कदम मानते हैं. हम टाटा कॉम को एक दमदार खिलाड़ी के तौर पर देखते हैं, जो टेलीकॉम सेक्टर में स्टेबिलिटी और आईटी सेक्टर में ग्रोथ की संभावनाओं दोनों में ही अच्छा कर रही है.
मैनेजमेंट को अपनी ऑपरेटिंग क्षमता, मुनाफे वाले कॉन्ट्रैक्ट्स और पोर्टफोलियो में बदलाव के जरिए अपने डिजिटेल बिजनेस में मार्जिन को बढ़ाने पर भरोसा है. यह टाटा कॉम के लॉन्ग टर्म ग्रोथ के रास्ते पॉजिटिव बना हुआ है, जो एक यूनिक टेक्नोलॉजी-कम-टेलीकॉम की पोजिशनिंग से प्रेरित है. इस बीच, टाटा कॉम के शेयर शुक्रवार को 1.89 परसेंट उछलकर 1,764.45 रुपये पर बंद हुए.
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