TCS Tent Share Falls: ट्रेंट और टीसीएस ये दोनों ही टाटा ग्रुप की प्रतिष्ठित कंपनियां हैं. लेकिन 2025 में निफ्टी-50 पर इन दोनों के शेयरों में 25 प्रतिशत से अधिक की गिरावट दर्ज की गई है. एक ओर जहां आईटी कंपनी टीसीएस के शेयरों में 25 प्रतिशत की गिरावट आई, वहीं टाटा ग्रुप की रिटेल कंपनी ट्रेंट के शेयर लगभग 30 प्रतिशत तक नीचे आ गए हैं. ट्रेंट कंपनी ‘जूडियो’ और ‘वेस्टसाइड’ जैसे ब्रांड्स का संचालन करती है.
आखिर क्यों आई टाटा की इन कंपनियों के शेयरों में गिरावट?
दरअसल, टाटा ग्रुप की आईटी कंपनी टीसीएस का शेयर 2008 की वैश्विक आर्थिक मंदी के दौरान भी लगभग 55 प्रतिशत तक गिर गया था. हालांकि, इसके बारे में यह माना जाता है कि टीसीएस का शेयर पांच वर्षों में निवेशकों का पैसा दोगुना कर देता है. बीते वर्षों में टीसीएस ने लगभग 800 प्रतिशत का रिटर्न भी दिया है. लेकिन मौजूदा समय की समस्याएं पूरे आईटी सेक्टर को प्रभावित कर रही हैं.
एक प्रमुख कारण यह माना जा रहा है कि अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के बढ़ते प्रभाव और अमेरिका में क्लाइंट्स द्वारा खर्चों में कटौती के चलते कंपनियों को नए प्रोजेक्ट्स मिलना कठिन हो गया है. इसके अलावा, टीसीएस ने हाल ही में लगभग 12,000 कर्मचारियों की छंटनी का निर्णय लिया है. हाल ही में घोषित कंपनी के तिमाही नतीजे भी अपेक्षाओं से कमजोर रहे हैं, जिससे निवेशकों की निराशा बढ़ी है.
टीसीएस का घटा टारगेट प्राइस
ब्रोकरेज फर्म एलारा कैपिटल ने टीसीएस का टारगेट प्राइस 3820 रुपये से घटाकर अब 3780 रुपये कर दिया है. उनका कहना है कि कंपनी की आय और मुनाफा दोनों दबाव में हैं. वहीं, गोल्डमैन सैक्स ने भी टीसीएस की रेटिंग डाउनग्रेड की है. हालांकि, टीसीएस के प्रबंधन का कहना है कि वित्त वर्ष 2025-26 में अंतरराष्ट्रीय बाजारों में प्रदर्शन 2024-25 की तुलना में बेहतर रहने की उम्मीद है. इसके साथ ही यदि हालात सुधरते हैं तो दूसरी तिमाही के नतीजे भी मजबूत हो सकते हैं.
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