ईरान के साथ युद्धविराम की घोषणा के कुछ दिन बाद इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का बड़ा बयान आया है. बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि हमने ईरान के परमाणु और मिसाइल खतरों के ‘ट्यूमर’ को हटा दिया है, लेकिन निगरानी जरूरी है.
प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा, ‘अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप और मेरे बीच (इजरायल और अमेरिका के बीच साझेदारी) की साझेदारी ने एक ऐतिहासिक जीत हासिल की है.’ उन्होंने कहा, ‘अमेरिका और इजरायल ने मिलकर ईरान के खिलाफ निर्णायक परिणाम हासिल किया.’
बेंजामिन नेतन्याहू ने व्हाइट हाउस में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ डिनर से पहले पत्रकारों से कहा, ‘हमने इजरायल की जान को खतरे में डाल रहे दो ट्यूमर (परमाणु ट्यूमर और बैलिस्टिक मिसाइल ट्यूमर) को कुछ हद तक रोक दिया है.’
बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा, ‘वे लोग ऐसी 20,000 चीजें (मिसाइलें) बनाने और उन्हें न्यू जर्सी जैसे छोटे देश पर छोड़ने की योजना बना रहे थे. कोई भी देश इतना हमला झेल नहीं सकता. जब आपके सामने दो ऐसी चीजें हों जो आपको मार सकती हैं, तो आपको क्या करना चाहिए? आपको उन्हें हटाना होगा और हमने अपने संयुक्त प्रयास से ऐसा किया.’
इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने चेतावनी देते हुए कहा, ‘जब आप एक ट्यूमर को हटाते हैं, तो इसका मतलब यह नहीं कि वो दोबारा नहीं आ सकता. आपको हालात पर लगातार नजर रखनी होती है, ताकि कोई उसे वापस लाने की कोशिश न कर सके.’
उन्होंने कहा कि अमेरिका और इजरायल की ओर से ईरान पर किए गए हमलों ने मध्य पूर्व की तस्वीर बदल दी है और इससे इजरायल और उसके अरब व मुस्लिम पड़ोसियों के बीच अब्राहम समझौते को आगे बढ़ाने का मौका मिला है.
उन्होंने कहा, ‘मुझे विश्वास है कि ईरान हमारे सब्र की परीक्षा नहीं लेगा, क्योंकि यह उनकी गलती होगी.’ जब बेंजामिन नेतन्याहू से पूछा गया कि क्या वे ईरान में सत्ता परिवर्तन का समर्थन करते हैं, तो नेतन्याहू ने जवाब देते हुए कहा, ‘यह ईरान के लोगों पर निर्भर है.’