ईरान पर हमला करने गया B-2 बॉम्बर जेट गायब, ट्रंप को खोजे नहीं मिल रहा!

ईरान पर हमला करने गया B-2 बॉम्बर जेट गायब, ट्रंप को खोजे नहीं मिल रहा!


US B-2 Bomber Jet: इजरायल और ईरान के बीच की जंग फिलहाल शांत है. इस शांति की सबसे बड़ी वजह है अमेरिकी बॉम्बर का ईरान पर हमला, जिसके बाद सीजफायर की पहल हुई और शांति बहाल हो गई. अमेरिका ने अपने जिन बी-2 बॉम्बर जेट से ईरान पर हमला किया था, उन फाइटर जेट में से एक जेट गायब है और वो अभी तक अमेरिका वापस नहीं लौट पाया है. ऐसे में ये कयास लगाए जाने लगे कि क्या ईरान से हुई जंग के दौरान अमेरिकी जेट मार गिराया गया या फिर पायलट ही वो जेट लेकर कहीं गायब हो गया है या फिर वो जेट किसी हादसे का शिकार हो गया है.

ईरान को चकमा देने के लिए बनाया था प्लान

अमेरिका ने 21 जून को जब ईरान पर हमला किया था तो उस हमले के लिए मिसौरी के वॉइटमैन एयरफोर्स बेस से बी-2 बॉम्बर्स के दो जत्थों ने उड़ान भरी थी. पहला जत्था प्रशांत महासागर के पश्चिम की ओर गुआम गया था, जो अमेरिका का ही एक एयरबेस है. इसके जरिए ईरान को चकमा देने की कोशिश की गई थी और ईरान को ये संकेत दिया गया था कि अमेरिकी बॉम्बर ईरान की तरफ नहीं आ रहे हैं. जब ईरान अमेरिका के पहले जत्थे पर नजर गड़ाए बैठा था तो बी-2 बॉम्बर्स के दूसरे जत्थे में शामिल 7 बी-2 बॉम्बर्स ने ईरान के तीन परमाणु संयंत्रों फोर्डो, नतांज और इस्फहान को निशाना बनाया, वहां बम गिराया और 37 घंटे में मिशन पूरा करके फिर सब के सब वापस आ गए.

होनोलुलु एयरपोर्ट पर हुई इमरजेंसी लैंडिंग

पहला जत्था प्रशांत महासागर के पश्चिमी हिस्से की ओर गया था, उसमें से एक जेट, जिसका कॉल साइन माइटी 14 है, अब तक अमेरिकी एयरबेस पर वापस नहीं लौटा है. यूरेशियन टाइम्स की एक रिपोर्ट बताती है कि पहले जत्थे में शामिल बी-2 बॉम्बर माइटी 14 को होनोलुलु के डेनियल के इनोयु इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर लैंडिंग करनी पड़ी, जिसका रनवे हवाई के हिकाम एयरफोर्स बेस से लगा हुआ है.

माना जा रहा है कि अज्ञात वजहों से उसकी इमरजेंसी लैंडिंग हुई और तब से वो वहीं खड़ा है, लेकिन किसी को भी इसके बारे में तफसील से जानकारी नहीं दी जा रही है. हालांकि कहा तो यहां तक जा रहा है कि बी-2 बॉम्बर तेल भरवाने के लिए वहां उतरा था, लेकिन इस बात को बीते 10 दिन से ज्यादा का वक्त हो गया है. लिहाजा कुछ भी अनुमान लगाना अब मुश्किल होता जा रहा है. वहीं अप्रैल 2023 में भी इसी तरह से बी-2 बॉम्बर की हवाई में इमरजेंसी लैंडिग करवानी पड़ी थी.

ईरान ने एक बी-2 बॉम्बर जेट गिराने का किया दावा

इस सब के बीच अब मुश्किल अमेरिकी एयरफोर्स के लिए भी है क्योंकि बी-2 बॉम्बर अमेरिकी एयरफोर्स की शान है और उसकी कीमत करीब-करीब 2 बिलियन डॉलर है. फिलहाल अमेरिका के पास कुल 19 बी-2 बॉम्बर हैं और अगर उनमें से एक भी कम होता है तो ये अमेरिका के लिए परेशानी की बात है. क्योंकि जब अमेरिका ने ईरान पर हमला किया था तो ईरान ने इसी जेट की फोटो डालकर ये दावा किया था कि ईरान ने अमेरिका का बी-2 बॉम्बर जेट मार गिराया है.

हालांकि खुद राष्ट्रपति ट्रंप ने ईरान के इस दावे को खारिज कर दिया था और अमेरिकी एयरफोर्स ने दावा किया था कि उसके सभी बी-2 बॉम्बर वापस लौट आए हैं, लेकिन अब जब लगभग साफ है कि एक बी-2 बॉम्बर गायब है तो अमेरिकी एयरफोर्स को इसका जवाब देते नहीं बन रहा है. बी-2 बॉम्बर जेट के साथ हुए पुराने हादसों को देखकर यही अनुमान लगाया जा रहा है कि वो भी किसी हादसे का ही शिकार हुआ है, जैसे पहले दो बी-2 बॉम्बर हादसे में तबाह हो चुके हैं.

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