Operation Sindoor BSF: ऑपरेशन सिंदूर के दौरान देश के सीमा-प्रहरियों ने जो सराहनीय कार्य किया, उसके चलते आज बच्चे-बच्चे की जुबान पर बीएसएफ (BSF) का नाम है. ये मानना है बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (BSF) के डीजी दलजीत सिंह चौधरी का.
दलजीत चौधरी के मुताबिक, बीएसएफ के महिला और पुरुष, दोनों जवानों ने ऐसा कार्य कि बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स को एक अलग पहचान मिली है. सोमवार (2 जून, 2025) को डीजी, यूएन पीसकीपिंग फोर्स का हिस्सा बनने वाले बीएसएफ के दल को अफ्रीकी देश कांगो रवाना करने के दौरान संबोधित कर रहे थे. इस दल में कुल 160 बीएसएफ प्रहरी शामिल हैं, जिनमें 25 महिलाएं भी हैं.
ऑपरेशन सिंदूर में सेना के साथ BSF के मिलाया कंधे से कंधा
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान बीएसएफ ने भारतीय सेना के कंधे से कंधा मिलाकर पाकिस्तान में आतंकी कैंप और पाक रेंजर्स की चौकियों को तबाह किया था. ऑपरेशन सिंदूर के दौरान, बीएसएफ को सियालकोट में मौजूद हिजबुल मुजाहिदीन के दो बड़े टेरर कैंप को नेस्तनाबूद करने की जिम्मेदारी मिली थी. ये दोनों कैंप, ऑपरेशन सिंदूर के दौरान 6-7 मई को बर्बाद किए नौ टेरर कैंप में शामिल थे.
BSF ने पाक चौकियों और घुसपैठ करने के वाले आतंकियों को किया ढेर
टेरर कैंपों को तबाह करने के साथ ही बीएसएफ ने पाक रेंजर्स की 100 से ज्यादा चौकियों को अपनी गोलाबारी में जबरदस्त नुकसान पहुंचाया था. ऑपरेशन सिंदूर के दौरान इन चौकियों से न केवल युद्धविराम का उल्लंघन हो रहा था बल्कि आतंकियों को घुसपैठ कराने में भी मदद करा रही थी. इस दौरान बीएसएफ ने सांबा सेक्टर में सात आतंकियों को घुसपैठ के दौरान ढेर किया था.
पाकिस्तानी चौकियों पर बीएसएफ ने की जबरदस्त बमबारी
बीएसएफ ने नियंत्रण रेखा (LOC) पर भी थलसेना के साथ मिलकर पाकिस्तानी चौकियों पर जबरदस्त बमबारी की थी. एलओसी की अग्रिम चौकियों पर थलसेना के साथ बीएसएफ की कंपनियों भी तैनात थी. पिछले महीने जब एबीपी न्यूज की टीम ने एलओसी का दौरा किया था, तब बीएसएफ की आर्टिलरी (तोपखाने) से जुड़े जवानों से खास मुलाकात कर ऑपरेशन सिंदूर में शामिल होने पर खास बातचीत की थी.
थलसेना प्रमुख ने BSF के कार्यों की सराहना की
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान बीएसएफ की सराहनीय कार्यों के लिए खुद थलसेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने तारीफ की थी. जनरल द्विवेदी ने कई बीएसएफ अधिकारियों और जवानों को प्रशस्ति-पत्र से सम्मानित किया है. वहीं, पंजाब, राजस्थान और गुजरात से सटे बॉर्डर पर भी बीएसएफ ने पाकिस्तान के ड्रोन अटैक को विफल करने में अहम भूमिका निभाई थी.