भारत और पाकिस्तान के बीच रविवार (14 सितंबर 2025) को एशिया कप का मैच खेला जाना है. इससे पहले सोशल मीडिया और देश के कई हिस्सों में इसे बॉयकॉट करने की बात कही जा रही है. वहीं विपक्ष भी इस मुद्दे पर केंद्र की मोदी सरकार पर हमलावर है. इस मैच को लेकर पहलगाम हमले में मारे गए पीड़ित के परिवारों का बयान सामने आया है, जिसमें उनका दर्द साफ तौर पर झलक रहा है.
‘मुझे मेरा भाई लौटो दो फिर खेलो पाकिस्तान से मैच’
पहलगाम आतंकी हमले में अपने पिता और भाई को खोने वाले गुजरात के सावन परमार भारत-पाकिस्तान के बीच मैच के होने कोलेकर बेहद दुखी हैं. उन्होंने कहा, “जब हमें पता चला कि भारत बनाम पाकिस्तान मैच आयोजित हो रहा है, तो हम बहुत परेशान हो गए. पाकिस्तान से किसी भी तरह का संबंध नहीं रहना चाहिए. आज कल या भविष्य में कभी भी उसके साथ कोई व्यवहार नहीं होना चाहिए क्योंकि वह आतंकी देश है. अगर आपको मैच खेलना है तो मेरे भाई ने गोलियां खाईं, मुझे वो दे दो, फिर पाकिस्तान के साथ मैच खेलना.“
‘अभी हमारे जख्म भरे नहीं’
पति और बेटे को खोने वाली किरण यातिश परमार भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाले मैच से पहले सरकार से सवाल किया. उन्होंने कहा, “मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पूछना चाहती हूं कि ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है तो यह भारत बनाम पाकिस्तान मैच क्यों हो रहा है? मैं देश के सभी लोगों से कहना चाहती हूं कि पहलगाम आतंकी हमले में अपने प्रियजनों को खोने वाले परिवारों से जाकर मिलें और देखें कि वे कितने दुखी हैं. हमारे जख्म अभी भरे नहीं हैं.“
पहलगाम आतंकी हमले में जान गंवाने वाले शुभम की पत्नी ऐशन्या ने भी भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के फैसले की आलोचना की. उन्होंने इस मैच का सार्वजनिक बहिष्कार करने की अपील की उन्होंने बीसीसीआई पर पीड़ित परिवारों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया. उन्होंने देश के लोगों से इस मैच को टीवी पर नहीं देखने की अपील की है.
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