भारतीय सशस्त्र बलों की ओर से पाकिस्तान में 7-10 मई तक ऑपरेशन सिंदूर चलाया गया था. भारत के ऑपरेशन के दौरान पाकिस्तान के उकसावे को लेकर अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा विशेषज्ञ और वॉरफेयर स्कॉलर जॉन स्पेंसर ने कहा कि भारत का ऑपरेशन सिंदूर न सिर्फ पाकिस्तान, बल्कि पूरी दुनिया के लिए उसकी सैन्य क्षमता बताने वाला एक मैसेज था. इस ऑपरेशन से नई दिल्ली ने अपनी सैन्य क्षमता के साथ सटीक हमला करने के इरादे को भी दिखाया.
न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए इंटरव्यू में जॉन स्पेंसर ने कहा, “पाकिस्तान की सेना चीनी हथियारों से लैस है. ऐसे में ऑपरेशन सिंदूर भारत की स्वदेशी प्रणालियों और चीनी सुरक्षा तकनीकों के बीच एक परीक्षा थी, जिसे पूरी दुनिया देख रही थी.”
पाकिस्तान को चीन समझता है अपनी प्रयोगशाला- स्पेंसर
जॉन स्पेंसर ने कहा, “चीन पाकिस्तान को अपनी प्रयोगशाला की तरह इस्तेमाल करता है, जहां वह अपनी सैन्य तकनीकों का टेस्ट करता है. भारत भी चीन के साथ अपनी सीमाएं साझा करता है. वहीं, तुर्किए ने भी इस संघर्ष के दौरान पाकिस्तान को अपनी सैन्य क्षमता मुहैया कराई थी. इसलिए यह वास्तव में उन तकनीकों का एक टेस्ट था. इसके अलावा, यह एक तरह का प्रॉक्सी वॉर भी था, जिसमें यह देखा गया कि किस देश का किसके साथ सैन्य रक्षा समझौता है और उनकी सीमाएं क्या हैं.”
युद्ध और ऑपरेशन के बीच होता है अंतर- स्पेंसर
उन्होंने कहा, “इस पूरे ऑपरेशन के दौरान चीनी तकनीकों की क्षमता को न सिर्फ बयानों के माध्यम से समझा जा सकता है, बल्कि इसे सैटेलाइट और वीडियो फुटेज के जरिए देखा भी जा सकता है.” उन्होंने आगे कहा, “युद्ध और सिंदूर नाम वाले ऑपरेशन के बीच अंतर होता है, जो एक आतंकी हमले के जवाब के तौर पर शुरू की गई थी. इसकी एक शुरुआत थी और इसका एक निश्चित अंत भी.
पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में शुरू हुआ था ऑपरेशन सिंदूर
उल्लेखनीय है कि भारत ने 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में 7 मई को तड़के ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया था. इस ऑपरेशन के तहत भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर (POK) में आतंकवादियों के नौ ठिकानों पर तबाह कर दिया था. इसके अलावा, पाकिस्तान की ओर से की गई सैन्य कार्रवाई को भी भारत ने न केवल नाकाम किया बल्कि उसके एयरबेसों पर भी जोरदार हमले किए. इसके बाद पाकिस्तान के DGMO ने अपने भारतीय समकक्ष से सीजफायर को लेकर बात की, तब भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर लागू किया गया था.
यह भी पढ़ेंः मेक्सिको और यूरोपीय संघ पर फूटा ट्रंप का टैरिफ बम, 30 परसेंट टैक्स लगाने का किया ऐलान