असम की राजधानी गुवाहाटी में बुधवार (28 मई, 2025) को AIUDF विधायक और पार्टी के महासचिव रफीकुल इस्लाम ने एक प्रतिनिधिमंडल के साथ राज्यपाल से मुलाकात कर कई मामलों को लेकर ज्ञापन सौंपा. रफीकुल इस्लाम ने न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में कहा कि असम के नागरिकों को बांग्लादेशी बताकर परेशान किया जा रहा है.
AIUDF विधायक का आरोप है कि गुवाहाटी में कई लोगों को पुलिस बीती रात उठाकर थाने ले गई. उन लोगों ने प्रशासन को 100 साल पुराने कागजात भी दिखाएं. उनमें से कई लोगों के पास देश की आजादी के पहले के कागजात भी मौजूद हैं. उन लोगों के पास लैंड रिकॉर्ड, वोटर लिस्ट और बाकी पेपर भी पूरे हैं.
‘पुलिस कई लोगों को घर से उठाकर ले गई थाने’
विधायक रफीकुल इस्लाम ने कहा कि इन सबके बावजूद असम के नागरिकों को विदेशी बताकर परेशान किया जा रहा है. जिन लोगों को पुलिस उठाकर लाई, उनमें से ज्यादातर गरीब तबके के लोग हैं. ये दिहाड़ी मजदूरी करने वाले लोग हैं. पुलिस ने कुछ लोगों को छोड़ दिया है, कुछ लोग अभी भी पुलिस की हिरासत में हैं.
विदेशी कैसे घोषित किया जा सकता है?
AIUDF के नेता ने कहा कि कई लोगों का फॉरेन ट्रिब्यूनल, हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में भी केस चल रहा है. उन्होंने प्रशासन से सवाल पूछते हुए कहा कि कोर्ट का फैसला आने से पहले उन लोगों को कैसे विदेशी घोषित किया जा सकता है? उन्होंने आगे कहा कि इन सभी में 70 से 80 प्रतिशत लोग कोर्ट के जरिए भारतीय साबित हो रहे हैं. ऐसे में उन लोगों को घर से जबरदस्ती उठाकर नो मेन्स लैंड में फेंक देना अमानवीय कृत्य है.
रफीकुल इस्लाम ने कहा कि इन सभी मामलों को लेकर हमने राज्यपाल से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौंपा है और उन्होंने हमें आश्वासन दिया है कि जो भारतीय नागरिक हैं, उन्हें परेशान नहीं किया जाएगा.
ये भी पढ़ें:
पाकिस्तान से सटे चार राज्यों में फिर भारत करेगा मॉकड्रिल, जानें क्या है पूरा प्लान?