Congress Headquarters: कांग्रेस के नए मुख्यालय “इंदिरा भवन” को तैयार करने में करीब सवा दो सौ करोड़ का खर्च आया है. इसकी जानकारी नए मुख्यालय में आयोजित पहले प्रेस कांफ्रेंस में कोषाध्यक्ष अजय माकन ने दी. 15 जनवरी को हुए उद्घाटन के तीन दिन बाद कांग्रेस पार्टी ने मीडियाकर्मियों को अपने नए मुख्यालय पांच मंजिला इंदिरा भवन के भीतर दिखाया. ये भवन बेहद भव्य और खूबसूरत है.
पांचवीं मंजिल पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के अलावा राहुल गांधी और सोनिया गांधी के लिए बड़े दफ्तर बनाए गए हैं. चौथी मंजिल पर महासचिव और कोषाध्यक्ष के दफ्तर हैं. महासचिवों के कमरों के साथ-साथ प्रतीक्षा कक्ष बना है. इसके साथ ही सहयोगियों और कर्मचारियों के लिए अत्याधुनिक कुर्सी टेबल लगे हैं. तीसरी मंजिल पर प्रभारियों और सचिवों के लिए केबिन बने हैं. दूसरी और पहली मंजिल पर सोशल मीडिया विभाग, महिला कांग्रेस, यूथ कांग्रेस जैसे कांग्रेस के अलग-अलग विभाग और आनुषंगिक संगठनों के दफ्तर बने हैं. पहले फ्लोर पर एक ऑडिटोरियम बनाया गया है. ग्राउंड फ्लोर पर प्रेस कॉन्फ्रेंस रूम, मीडिया विभाग और कैंटीन है. अलग अलग फ्लोर पर बैठक और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के लिए कमरे बने हुए हैं.
पार्टी के 140 सालों के इतिहास को दीवारों पर उकेरा गया
कांग्रेस मुख्यालय में हर मंजिल के गलियारे की दीवार पर पार्टी की अब तक की 140 सालों की यात्रा को तस्वीरों और जानकारियों के माध्यम से उकेरा गया है. हर कमरे और केबिन में महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू, भीम राव आंबेडकर, वल्लभ भाई पटेल, इंदिरा गांधी राजीव गांधी की ऐतिहासिक तस्वीरें लगी हैं जो पार्टी मुख्यालय में संग्रहालय जैसा एहसास कराती हैं. सोनिया गांधी, मनमोहन सिंह, राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे के अलावा नरसिम्हा राव, बाबू जगजीवन राम से लेकर सीताराम केसरी जैसे नेताओं की तस्वीरें भी लगी हैं जिनको लेकर आरोप लगता है कि कांग्रेस ने उनका उचित सम्मान नहीं किया.
2007 में पार्टी के लिए आवंटित की गई थी जमीन
अजय माकन ने पार्टी के नए मुख्यालय ‘इंदिरा भवन’ के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि केंद्र सरकार द्वारा नवंबर 2007 में कांग्रेस पार्टी को जमीन आवंटित की गई थी जहां 2009 में मुख्यालय का शिलान्यास हुआ. अजय माकन ने कहा कि इस भवन का डिजाइन पार्टी के गौरवशाली इतिहास और लोकतांत्रिक सिद्धांतों से प्रेरित है साथ इसे आधुनिक कार्यक्षेत्र के रूप में भी विकसित किया गया है. उन्होंने कहा कि आने वाले समय में, ‘इंदिरा भवन’ में इस प्रकार की प्रक्रियाओं को विकसित किया जा रहा है, जिनसे देश भर के कार्यकर्ताओं का इस भवन में स्वागत हो तथा वरिष्ठ पदाधिकारी सभी से आसानी से मिलजुल सकें.
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