प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 12 फरवरी 2025 को असम और मिजोरम में 9 जगहों पर छापेमारी की. ये छापेमारी 146 करोड़ रुपये के कार लोन घोटाले से जुड़ी थी जिसमें Mahindra & Mahindra Financial Services Limited को भारी नुकसान हुआ था.
75 करोड़ रुपये अभी भी आरोपियों के पास
ईडी की जांच के मुताबिक ये घोटाला MMFSL के पूर्व कर्मचारी जाकिर हुसैन और 4 कार डीलर्स ने मिलकर किया है. इन्होंने फर्जी कस्टमर प्रोफाइल, नकली दस्तावेज (आधार कार्ड, वोटर आईडी, इनकम सर्टिफिकेट) का इस्तेमाल करके फर्जी कार लोन मंजूर कराए. इस तरह 146 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की गई. जिसमें से 71 करोड़ रुपये की रिकवरी पहले ही MMFSL कर चुका है लेकिन 75 करोड़ रुपये अब भी आरोपियों के पास हैं.
ईडी ने छापेमारी के दौरान बैंक अकाउंट्स, प्रॉपर्टी और अन्य दस्तावेजों की जानकारी इकट्ठा की. जांच में ये सामने आया कि कुछ बैंक अकाउंट्स में पड़ा पैसा भी इसी घोटाले से जुड़ा है.
ईडी ने 2 कारों को भी जब्त किया
इसके बाद केंद्रीय जांच एजेंसी ने 9.9 करोड़ रुपये की रकम और जाकिर हुसैन द्वारा खरीदी गई 2 कारों को जब्त कर लिया. ये कार्रवाई 7 मार्च 2025 को ईडी के डिप्टी डायरेक्टर द्वारा की गई. ईडी इस घोटाले में शामिल अन्य आरोपियों और पैसों के लेन-देन की भी जांच कर रहा है.
देशभर में वित्तीय अपराधों और मनी लॉन्ड्रिंग के मामलों में ईडी की तरफ से तेजी से कार्रवाई की जा रही है. साल 2025 में ही अब तक दर्जनों जगह केंद्रीय जांच एजेंसी छापेमारी कर भारी मात्रा में नकदी जब्त कर चुकी है. ईडी की इस कार्रवाई को नॉर्थ ईस्ट में एक बड़ी कार्रवाई के रूप में देखा जा रहा है. ईडी अभी इस मामले में जांच कर रही है. इस केस में अभी और कई चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं.
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