North Korea Building Most Advanced Warship: नई सैटेलाइट तस्वीरों से खुलासा हुआ है कि उत्तर कोरिया अपने इतिहास का सबसे बड़ा युद्धपोत (जंगी जहाज) बना रहा है. यह जहाज नेता किम जोंग उन के नौसैनिक बेड़े में अब तक के किसी भी जहाज से दोगुना बड़ा है.
दरअसल, 6 अप्रैल 2025 को ली गई तस्वीरों में पता चला कि यह निर्माण नम्पो शिपयार्ड में चल रहा है, जो प्योंगयांग से करीब 60 किमी दूर है. CNN world की रिपोर्ट के मुताबिक विशेषज्ञों का मानना है कि यह एक गाइडेड मिसाइल फ्रिगेट (FFG) है, जिसमें जमीन और समुद्र पर मिसाइल दागने की क्षमता होगी.
युद्धपोत की ताकत और डिजाइन
रिपोर्ट के मुताबिक यह जहाज करीब 140 मीटर लंबा है, जो उत्तर कोरिया में अब तक बना सबसे बड़ा युद्धपोत होगा. इसमें वर्टिकल लॉन्च ट्यूब और एडवांस रडार सिस्टम भी हो सकते हैं. रिपोर्टों में यह भी कहा गया है कि यह अमेरिकी और दक्षिण कोरियाई नौसेनाओं के मुकाबले एक बड़ा बदलाव ला सकता है.
रूस से मिल सकता है तकनीकी सहयोग
विशेषज्ञों का मानना है कि यूक्रेन युद्ध के बाद रूस और उत्तर कोरिया के बीच बढ़ते संबंधों के चलते उत्तर कोरिया को मिसाइल टेक्नोलॉजी में मदद मिल सकती है. दक्षिण कोरिया के पूर्व एडमिरल का कहना है कि रूस इस जहाज के मिसाइल सिस्टम में सहायता दे सकता है.
क्या उत्तर कोरिया इस जहाज को चला पाएगा?
पूर्व अमेरिकी नौसेना अधिकारी ने कहा कि जहाज बनाना आसान है, लेकिन इसमें एडवांस टेक्नोलॉजी और संचालन की चुनौती ज्यादा है. दक्षिण कोरियाई सांसदों का भी सवाल है कि क्या उत्तर कोरिया के पास इतना बजट और तकनीकी ढांचा है कि वो इस तरह का जहाज चला सके. Korean Central TV के वीडियो में मौजूद तस्वीरों से पता चलता है कि युद्धपोत में आधुनिक नौसेनाओं के पास मौजूद हथियार हो सकते हैं, जिसमें ऊर्ध्वाधर लॉन्च सेल शामिल हैं जिनका इस्तेमाल कई तरह की मिसाइलों को दागने के लिए किया जा सकता है.
नौसेना को मजबूत करने में जुटा उत्तर कोरिया
उत्तर कोरिया की नौसेना में लगभग 400 जहाज और 70 पनडुब्बियां हैं, लेकिन ज्यादातर पुराने हैं. नए युद्धपोत और पनडुब्बियों के जरिए किम जोंग उन अपनी नौसेना को आधुनिक बना रहे हैं. किम ने हाल ही में एक नए नौसैनिक अड्डे का निरीक्षण किया, जहां उन्होंने कहा कि अब बड़े जहाजों को रखने के लिए नए बंदरगाहों की जरूरत है. इसके साथ ही, परमाणु ऊर्जा से चलने वाली पनडुब्बियों पर भी काम चल रहा है.
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