Mayank Agarwal, From Fan In March To IPL Champion In May: रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने 17 साल बाद आखिरकार अपनी पहली आईपीएल ट्रॉफी जीत ली. आरसीबी ने मंगलवार को नरेंद्र मोदी स्टेडियम में पंजाब किंग्स को 6 रनों से मात दी. आरसीबी की इस जीत में टीम के सारे खिलाड़ियों ने अहम भूमिका निभाई. इस जीत के बाद विराट कोहली काफी इमोशनल हो गए. उन्होंने सभी खिलाड़ियों की जमकर तारीफ की, जिसमें दाएं हाथ के बल्लेबाज मयंक अग्रवाल का भी नाम शामिल था. मयंक ने आरसीबी के लिए फाइनल में अपने बल्ले से 24 रनों का अहम योगदान दिया.
मयंक के फैन से चैंपियन बनने तक का सफर
मयंक को मेगा ऑक्शन के दौरान किसी भी टीम ने नहीं खरीदा था. वो मार्च में नॉर्मल फैन की तरह आईपीएल का एक मैच देखने के लिए आए थे. इसके बाद आरसीबी के बाएं हाथ के बल्लेबाज देवदत्त पड्डिकल चोट की वजह से टीम से बाहर हो गए. मयंक को पड्डिकल के रिप्लेसमेंट के तौर पर टीम में शामिल किया गया. इसके बाद उन्हें चारों मैचों में खेलने का मौका मिला. अग्रवाल ने इन चार मैचौं में 95 रन बनाए. लेकिन उन्होंने दो बहुत ही महत्वपूर्ण पारी खेली. मयंक ने लखनऊ के खिलाफ 41 रनों की पारी खेली. उन्होंने जितेश शर्मा के साथ नाबाद शतकीय साझेदारी कर टीम को जीत दिला दी. जिसके बाद टीम ने टॉप-2 में फिनिश किया था. इसके बाद फाइनल मैच में मयंक ने 18 गेंदों में 24 रनों का अहम योगदान दिया. जिसके बाद वह टीम के साथ चैंपियन बन गए.
फाइनल में मिली जीत, 17 साल बाद उठाई पहली ट्रॉफी
आरसीबी ने पहले बल्लेबाजी करते हुए स्कोर बोर्ड पर 190 रन लगाए थे. जिसके जवाब में पंजाब पूरे 20 ओवर में सिर्फ 184 रन ही बना पाई और मैच 6 रनों से हार गई. आरसीबी को पिछले 17 साल से इस ट्रॉफी का इंतजार था, जो इस साल पूरा हुआ. फाइनल में क्रुणाल पांड्या ने शानदार गेंदबाजी की. क्रुणाल ने 4 ओवर में सिर्फ 17 रन देकर दो विकेट लिए. उन्हें शानदार गेंदबाजी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच भी चुना गया.
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