BRS MLC K. Kavitha on BC Reservation: तेलंगाना जागृति की अध्यक्ष और बीआरएस एमएलसी कल्वकुंटला कविता (के. कविता) ने बुधवार (18 जून, 2025) को तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी और केंद्र सरकार पर जोरदार हमला बोला. उन्होंने कहा कि अगर राज्य सरकार BC समुदाय को 42% आरक्षण दिए बिना स्थानीय निकाय चुनाव कराती है, तो उनकी पार्टी हर गांव और वार्ड में सैकड़ों नामांकन दाखिल करवाएगी.
पीएम मोदी से बीसी आरक्षण पर चर्चा न करने पर के. कविता ने सीएम पर साधा निशाना
के. कविता ने सीएम रेवंत रेड्डी पर निशाना साधते हुए कहा कि वह दिल्ली की यात्राओं में तो हाफ सेंचुरी पूरी कर चुके हैं, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी से बीसी आरक्षण बिल पर एक बार भी बात नहीं की. उन्होंने आरोप लगाया कि रेवंत रेड्डी BC बिल के लिए ईमानदारी से प्रयास नहीं कर रहे हैं. बीजेपी की ओर से तेलंगाना विकास यात्रा के नाम पर बीसी बिल के लिए यात्रा करने को भी उन्होंने विडंबना करार दिया.
17 जुलाई को रेल रोको आंदोलन की तैयारी
कविता ने बीसी आरक्षण को लेकर 17 जुलाई को रेल रोको आंदोलन की भी घोषणा की और लोगों से 16 से 18 जुलाई के बीच की यात्राएं स्थगित करने की अपील की. उन्होंने कहा कि इस आंदोलन को विभिन्न जाति संगठनों का व्यापक समर्थन मिल रहा है, जिसमें एससी और एसटी संगठन भी शामिल हैं.
गोदावरी-कावेरी लिंक और बनकचर्ला प्रोजेक्ट पर सवाल
एमएलसी के. कविता ने आंध्र प्रदेश सरकार पर गोदावरी जल के बंटवारे को लेकर गलत प्रचार करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि पूर्व सीएम केसीआर ने तुपालाकुलगूडेम से गोदावरी-कावेरी नदी जोड़ने का प्रस्ताव रखा था, जिससे तेलंगाना के कई जिलों को पानी मिल सकता था. लेकिन अब चंद्रबाबु नायडू की एनडीए सरकार इस प्रोजेक्ट को केंद्रीय फंडिंग से आगे बढ़ा रही है, जबकि सीएम रेवंत चुप बैठे हैं.
उन्होंने मुख्यमंत्री से सवाल किया कि बनकचर्ला प्रोजेक्ट पर वह क्यों मौन हैं? क्या चंद्रबाबु नायडू के साथ उनकी कोई गुप्त सांठगांठ है? उन्होंने आरोप लगाया कि आंध्र सरकार ने इस प्रोजेक्ट के लिए केंद्र को पीएफआर सौंपा, लेकिन रेवंत रेड्डी ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी.
नल्लमला पुली और जल संकट पर चुटकी
कविता ने सीएम रेवंत को नल्लमला पुली (जंगल का बाघ) कहलाने पर भी सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि आंध्र प्रदेश की ओर से तेलंगाना के पानी की चोरी के मामले में वह केवल कागजी बाघ साबित हुए हैं. उन्होंने बोल्लापल्ली रिजर्वायर प्रोजेक्ट का भी विरोध किया, जिससे नल्लमला जंगल डूब सकता है.
ऑपरेशन कगार पर सवाल, माओवादियों ने बात करने की उठाई मांग
कविता ने माओवादी नेता गजरला रवि की एनकाउंटर में मौत पर संताप जताया और सरकार से ऑपरेशन कगार रोककर माओवादियों से बातचीत करने की मांग की.