‘कोई भी अनुशासन तोड़े तो तुरंत करें कार्रवाई’, असम को लेकर बैठक में राहुल गांधी के निर्देश

‘कोई भी अनुशासन तोड़े तो तुरंत करें कार्रवाई’, असम को लेकर बैठक में राहुल गांधी के निर्देश


Assam Congress Meeting: अगले साल होने वाले असम विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और सांसद राहुल गांधी ने दिल्ली में प्रदेश कांग्रेस के नेताओं साथ बैठक की. सूत्रों के मुताबिक जहां एक तरफ सीएम हिमंत बिस्वा सरमा को भ्रष्टाचार के मुद्दे पर घेरने की रणनीति बनी, वहीं कांग्रेस नेतृत्व ने असम के नेताओं को अनुशासन में एकजुट होकर चुनाव लड़ने की नसीहत दी. महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से सबक लेते हुए कांग्रेस आलाकमान ने बूथ स्तर पर वोटर लिस्ट में बदलावों पर नजर रखने के निर्देश भी दिए.

‘कोई भी अनुशासन तोड़े तो तुरंत करें कार्रवाई’

सूत्रों के मुताबिक बैठक में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने प्रभारी जितेंद्र सिंह को स्पष्ट निर्देश दिए कि कोई नेता पार्टी का अनुशासन तोड़े तो उस पर कार्रवाई करें. बैठक में कुछ नेताओं ने शिकायत की थी कि कांग्रेस नेता सीएम हिमंत के संपर्क में रहते हैं. राहुल गांधी ने नेताओं को असम में नए परिसीमन के बाद बने राजनीतिक समीकरण को ध्यान में रखकर ज्यादा मेहनत करने के निर्देश भी दिए. दरअसल असम में इस बार का विधानसभा चुनाव नये परिसीमन के तहत हो रहा है, जिसमें मुस्लिम बहुल सीटों की संख्या कम हो गई है. 

असम में हिमंत को भ्रष्टाचार पर घेरेगी कांग्रेस

सूत्रों के मुताबिक प्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन और सीएम चेहरे को लेकर बैठक में कोई चर्चा नहीं हुई. बैठक के बाद नेताओं ने कहा कि पार्टी सामूहिक नेतृत्व में चुनाव लड़ेगी. असम से कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा कि लोगों को बीजेपी के अत्याचार और गुंडागर्दी से मुक्ति दिलाएंगे. उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार, मंहगाई और बेरोजगारी जैसे मुद्दे अहम हैं. 

बैठक के बाद प्रभारी जितेंद्र सिंह ने कहा, “कांग्रेस का संगठन मजबूत है. हम लोगों के मुद्दे उठाएंगे. राष्ट्रीय नेताओं के कार्यक्रम होंगे.” वहीं, सीएम चेहरे के सवाल पर जितेंद्र सिंह ने कहा कि हर पार्टी कार्यकर्ता कांग्रेस का चेहरा होगा. बीजेपी ने 2016 में कांग्रेस को हराकर असम में सरकार बनाई थी. बीते विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने एआईयूडीएफ के साथ मिलकर चुनाव लड़ा, लेकिन कामयाबी नहीं मिली. इस बार कांग्रेस छोटे दलों के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी. हालांकि सीट बंटवारे की तस्वीर अभी साफ नहीं है.

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