कौन हैं निशिकांत दुबे, जिन्होंने CJI, सुप्रीम कोर्ट, पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त पर बयान देकर मचाय

कौन हैं निशिकांत दुबे, जिन्होंने CJI, सुप्रीम कोर्ट, पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त पर बयान देकर मचाय


Nishikant Dubey Remarks Row : भारतीय जनता पार्टी के लोकसभा सांसद डॉ. निशिकांत दुबे अपने बयानों को लेकर एक बार फिर से सुर्खियों में बने हुए हैं. डॉ. निशिकांत दुबे झारखंड के गोड्डा लोकसभा सीट के भाजपा (BJP) के सांसद हैं. भाजपा सांसद ने शनिवार (19 अप्रैल) को पहले देश के उच्चतम न्यायालय को लेकर एक विवादित टिप्पणी कर दी. इसके बाद सांसद ने सीजेआई संजीव खन्ना को लेकर भी एक विवादित दे दिया. इसके बाद भाजपा सांसद डॉ. निशिकांत दुबे ने रविवार (20 अप्रैल) को पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त एस. वाई. कुरैशी को लेकर भी एक बड़ा बयान दिया. उनके बयान के बाद से भारतीय राजनीति में भूचाल आ गया.

सांसद निशिकांत दुबे के बयान के बाद जहां एक ओर विपक्ष सांसद और सत्ताधारी दल पर निशाना साधने लगा, वहीं दूसरी ओर उनके बयानें को लेकर उनकी अपनी पार्टी ने भी उनके बयानों से किनारा कर लिया.

भाजपा सांसद ने सुप्रीम कोर्ट और सीजेआई को लेकर क्या कहा?

BJP नेता और झारखंड के गोड्डा से सांसद डॉ. निशिकांत दुबे ने शनिवार (19 अप्रैल) को न्यायपालिका पर सवाल उठाया था. उन्होंने कहा था कि “संसद इस देश का कानून बनाती है. क्या आप उस संसद को निर्देश देंगे. देश में गृह युद्ध के लिए चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया संजीव खन्ना जिम्मेदार हैं. वहीं, धार्मिक युद्ध भड़काने के लिए सुप्रीम कोर्ट जिम्मेदार है. कोर्ट अपनी सीमाओं से बाहर जा रहा है. अगर हर किसी को सारे मामलों के लिए सुप्रीम कोर्ट ही जाना पड़े तो संसद और विधानसभा को बंद कर देना चाहिए.”

पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त को लेकर निशिकांत दुबे ने दिया बयान

सीजेआई और सुप्रीम कोर्ट पर विवादित बयान देने के बाद भाजपा सांसद डॉ. निशिकांत दुबे ने रविवार (20 अप्रैल) को पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त एस. वाई. कुरैशी को लेकर भी एक बड़ा बयान दिया. सांसद ने एक्स प्लेटफॉर्म पर लिखा, “आप चुनाव आयुक्त नहीं, मुस्लिमों के आयुक्त थे. झारखंड के संथाल परगाना में सबसे ज्यादा बांग्लादेशी घुसपैठियों को वोटर आपके कार्यकाल में ही बनाया गया.”

उन्होंने आगे लिखा कि “पैगंबर मुहम्मद साहब का इस्लाम भारत में 712 ईस्वी में आया था. उससे पहले यह भूमि हिंदू या उस आस्था से जुड़ी आदिवासी, जैन और बौद्ध धर्मावलंबियों की थी.”



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