कौन हैं FBI के होने वाले चीफ काश पटेल? राम मंदिर निर्माण के आलोचकों को कर दी थी बोलती बंद

कौन हैं FBI के होने वाले चीफ काश पटेल? राम मंदिर निर्माण के आलोचकों को कर दी थी बोलती बंद


Donald Trump 2.0 : डोनाल्ड ट्रंप अपने नए राष्ट्रपति कार्यकाल के लिए टीम के चुनाव में लगे हैं. इसी कड़ी में ट्रंप ने अपने अगले कार्यकाल में नए एफबीआई के निदेशक के तौर पर भारतीय अमेरिकी काश पटेल को नियुक्त किया है. काश पटेल डोनाल्ड ट्रंप के भरोसेमंद कहे जाते हैं. इसके अलावा काश पटेल हिंदू धर्म को लेकर भी खूब आस्था रखते हैं.

उन्होंने हिंदू धर्म के साथ अपने जुड़ाव को लेकर अपनी किताब में भी जिक्र किया है. वहीं, भारत में अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के दौरान भी उन्होंने पूरी तरह से इसका समर्थन किया था. जबकि तक अमेरिका में कुछ संगठनों ने राम मंदिर को लेकर सवाल उठाल थे. तब काश पटेल ने खुले शब्दों में उन संगठनों की जमकर आलोचना की थी.

राम मंदिर को लेकर किन संगठनों ने उठाए थे सवाल

भारत में राम मंदिर निर्माण को लेकर यूएस कमीशन ऑन इंटरनेशनल रिलिजियस फ्रीडम ने चिंता जाहिर की थी. कमीशन ने वॉयस ऑफ अमेरिका से कहा था कि वह भारत में राम मंदिर निर्माण से बेहद परेशान है. इसके अलावा न्यूयॉर्क टाइम्स और सीएनएन ने भी राम मंदिर को लेकर हिंदू भावनाओं के खिलाफ न्यूज बनाई थी. तब भारतीय-अमेरिकी काश पटेल ने राम मंदिर को लेकर स्टैंड लिया था. पटेल ने कहा था कि अमेरिकी मीडिया सिर्फ पिछले 50 सालों के इतिहास को देख रही है लेकिन इस मंदिर का इतिहास हजारों साल पुराना है.

काश पटेल ने उस समय कहा था कि भारत के अयोध्या में उस स्थान पर हिंदूओं के भगवान का एक अत्यंत ही पुराना मंदिर था, जिसे तोड़ दिया गया था. जिसे अब 500 सालों के बाद हिंदू धर्मावलंबी उसको वापस पा रहे हैं. पटेल ने अमेरिकी संस्थानों पर निशाना साधते हुए कहा था कि यह लोग इतिहास के इस हिस्से को भूल रहे हैं.

काश पटेल को सरकार में शामिल करने की ट्रंप ने की घोषणा

डोनाल्ड ट्रंप ने अपने स्वामित्व वाले सोशल मीडिया ट्र्थ सोशल पर कहा, ‘मुझे यह घोषणा करते हुए गर्व महसूस हो रहा है कि कश्यप काश पटेल एफबीआई के अगले निदेशक के तौर पर काम करेंगे. काश एक बेहतरीन वकील, जांचकर्ता और अमेरिका को प्राथमिकता देने वाले योद्धा हैं. इन्होंने अपने करियर के दौरान भ्रष्ट्राचार को उजागर किया और न्याय और अमेरिका के लोगों की रक्षा की.’

ट्रंप ने आगे लिखा, ‘पटेल ने रूस के संबंध में फैलाए गए झूठ को उजागर करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. पटेल 2017 में तत्काली ट्रंप सरकार के अंतिम कुछ हफ्तों के लिए अमेरिका के कार्यवाहक रक्षा मंत्री के चीफ ऑफ स्टाफ के तौर पर काम किया था.’

ये भी पढ़ें: अमेरिका-कनाडा बॉर्डर से अवैध रूप से एंट्री करने वाले भारतीयों की संख्या बढ़ी, इस साल 40 हजार पकड़े गए



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *