प्राइवेट सेक्टर में काम करने वाले लोगों के वर्क प्रेशर और मेंटल प्रेशर को लेकर अक्सर सवाल उठते रहते हैं. अब इसी तरह के सवाल Ola की AI कंपनी Krutrim में काम करने वाले युवा इंजीनियर निखिल सोमवंशी की मौत पर भी उठने लगे हैं. दरअसल, निखिल की 8 मई को बेंगलुरु की अगरा झील में लाश मिली थी. इसके बाद से ही सोशल मीडिया पर इस केस को लेकर कई तरह की चर्चा हो रही है.
वर्क प्रेशर की वजह से आत्महत्या
यह मामला तब और सुर्खियों में आ गया जब Krutrim के एक सहकर्मी ने Reddit पर दावा किया कि निखिल ने “काम के दबाव” के चलते आत्महत्या की. Reddit पर ‘Kirigawakazuto’ नाम के एक यूजर ने दावा किया कि वह निखिल के साथ Krutrim में काम करता था. उसके मुताबिक, दो लोगों के कंपनी छोड़ने के बाद पूरा काम निखिल पर डाल दिया गया था. उसने यह भी लिखा कि मैनेजर के साथ काम करना, खासतौर पर फ्रेशर्स के लिए, “ट्रॉमैटिक” यानी मानसिक रूप से भारी होता है.
निखिल सोमवंशी कौन था?
निखिल Krutrim (Ola की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यूनिट) में मशीन लर्निंग इंजीनियर के तौर पर काम कर रहे थे. उन्होंने IISc बेंगलुरु से जुलाई 2024 में ग्रैजुएशन किया था और अगस्त 2024 में Krutrim से जुड़े थे. LinkedIn प्रोफाइल के मुताबिक, उन्होंने Kotak Mahindra Bank और IISc में इंटर्नशिप की थी. IISc में उनका काम Natural Language Processing (NLP) और LLM आधारित चैटबॉट ‘Saathi’ पर था, जो मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन द्वारा फंड किया गया था.
Krutrim ने क्या कहा?
Krutrim के प्रवक्ता ने 18 मई को PTI को बताया कि हम निखिल सोमवंशी के दुखद निधन से गहरे शोक में हैं. हम उनके परिवार और सहकर्मियों को पूरा सहयोग दे रहे हैं. कंपनी ने यह भी साफ किया कि घटना के समय निखिल पर्सनल लीव पर थे. उन्होंने 8 अप्रैल को अपने मैनेजर को मैसेज कर आराम की जरूरत जताई थी और उन्हें छुट्टी दे दी गई थी. 17 अप्रैल को निखिल ने फिर बताया कि वो बेहतर महसूस कर रहे हैं, लेकिन और आराम करना चाहेंगे, तो उनकी छुट्टी और बढ़ा दी गई थी.
सोशल मीडिया पर चल रही है बहस
जहां एक तरफ कंपनी कह रही है कि उसने निखिल को पूरा सपोर्ट दिया, वहीं Reddit पर दावा करने वाला सहकर्मी ‘वर्क प्रेशर और टॉक्सिक मैनेजमेंट’ की बात कर रहा है. इस विरोधाभास ने सोशल मीडिया पर बहस को जन्म दे दिया है कि क्या भारत में टेक इंडस्ट्री का वर्क कल्चर फ्रेशर्स के लिए असहनीय बनता जा रहा है?
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