कौन है 13,850 करोड़ PNB लोन फ्रॉड केस का भगोड़ा मेहुल चौकसी, जिसे बेल्जयम में किया गया गिरफ्तार

कौन है 13,850 करोड़ PNB लोन फ्रॉड केस का भगोड़ा मेहुल चौकसी, जिसे बेल्जयम में किया गया गिरफ्तार


Mehul Choksi Arrested: पीएनबी घोटाला केस में कुख्यात भगोड़ा और डायमंड कारोबारी मेहुल चौकसी को बेल्जियम में गिरफ्तार किया गया है. 65 साल के इस व्यवसायी को 12 अप्रैल शनिवार को हिरासत में लिया गया. सीबीआई के सूत्रों ने इस बात की एनडीटीवी से पुष्टि की है. रिपोर्ट के मुताबिक, मुंबई कोर्ट की तरफ से 2018 और 2021 में दो अरेस्ट वारंट जारी करने के बाद ये गिरफ्तारी हुई है. चौकसी इस वक्त बेल्जिम की जेल में है और अपने स्वास्थ्य कारणों से जमानत की अर्जी लगा सकता है.

कौन है मेहुल चौकसी

मेहुल चौकसी गीतांजलि ग्रुप के पूर्व चेयरमैन हैं, जिसका एक वक्त देश में बड़ा ज्वैलरी रिटेल चेन और 4 हजार से ज्यादा स्टोर्स थे. 5 मई 1959 को पैदा हुए चौकसी ने अपने पिता चिनूभाई चौकसी से साल 1985 में पिता के डायमेंड का कारोबार संभाला. उसने डायमंड के कारोबार को देशभर में तेजी के साथ बढ़ाया और ज्वैलरी इंडस्ट्री में बड़ा नाम बन गया.   

एंटीगुआ और बारबुडा की 2017 से नागरिकता मिलने के बाद चौकसी का कारोबार बेल्जियम में भी फैल गया. रिपोर्ट्स के मुताबिक, मेहुल चौकसी एक बेटी की शादी डायमंड कारोबारी से हुई है, जबकि मेहुल का भाई भी पीछे डायमंड के कारोबार में था. चौकसी अपने इलाज के लिए अक्सर बेल्जियम जाता रहता था और अपनी पत्नी के साथ रहता था, जो बेल्जियम की नागरिक हैं.

क्या है पीएनबी स्कैम?

मेहुल चौकसी और उनके भतीजे नीरव मोदी के ऊपर 13,850 करोड़ रुपये के पीएनबी बैंक घोटाले का आरोप है. ये देश के बैंक घोटालों के इतिहास में बड़ा घोटाला है. दोनों ने मुंबई के पीएनबी के ब्रेडी हाउस ब्रांच से फर्जी लेट ऑफ अंडरटेकिंग्स और फॉरेन लेटर्स ऑफ क्रेडिट के जरिए बैंक को करोड़ों रुपये का चूना लगाया.  

जांचकर्ताओं ने कहा कि इस इस घोटाले को पीएनबी अधिकारियों की मिलीभगत के साथ कई वर्षों तक अंजाम दिया गया. मेहुल चौकसी इस पूरे मामले को सामने आने से कुछ समय पहले ही जनवरी 2018 में भाग गया. वहां पर इन्वेस्टमेंट प्रोग्राम के जरिए चौकसी ने नागरिकता ले ली.  

साल 2021 में डायमंड कारोबारी चौकसी संदेहास्पद रुप से एंटीगुआ से गायब हो गया और बाद में एंटीगुआ में मिला. ऐसा माना गया कि वो नाव के जरिए क्यूबा भागने की कोशिश कर रहा था. इसके बाद तीन कैरिबाई देशों के बीच अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कानूनी विवाद खड़ा हो गया था. बेल्जिन अथॉरिटीज ने हाल में चौकसी के वहां पर रहने की पुष्टि की थी.   

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