Pahalgam Terror Attack: जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को एक वाकिया हुआ, जिसने देश समेत पूरी दुनिया को झकझोर कर रख दिया. इस घटना में 26 पर्यटकों की मौत गई, जिसमें एक नेवी अफसर भी शामिल थे, जिनका नाम विनय नरवाल था. वह हरियाणा के करनाल जिले के रहने वाले थे. उनकी मौत से परिवार वालों को गहरा आघात पहुंचा है.
बता दें कि पहलगाम हमले में आतंकवादियों ने लोगों को धर्म के आधार पर हिंदुओं को मारा था. उनसे कलमा पढ़ने को कहा गया था, जिसने कलमा नहीं पढ़ा, आतंकियों ने उसे गोली मार दी. हालांकि इस पर विनय नरवाल के पिता राजेश नरवाल ने एक इंटरव्यू में कहा कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता है.
विनय नरवाल के पिता ने कहा, ‘विनय नरवाल की शादी हमले से महज एक हफ्ते पहले ही शादी हुई थी. आतंकवाद की वजह से आज मेरा बेटा नहीं है. अगर मेरे बेटे को हमले के बारे में थोड़ी सी भी खबर रहती या उसे आतंकवादियों के खिलाफ थोड़ा सा भी वक्त मिल जाता तो वह सभी को मार सकता था. उसमें इतनी क्षमता थी. वह एक ट्रेंड जवान था. वह भले अपनी जान बचाने में कामयाब नहीं होता, लेकिन बाकियों की जिंदगियों को बचा सकता था. उसे हथियार चलाने आते थे. उसके इतनी ताकत थी कि वह दो-दो हाथ कर लेता.’
फौजियों से भरी है नरवाल फैमिली
विनय नरवाल के पिता ने बताया कि उनका परिवार फौजियों का है. उनके फैमिली में सिर्फ उनका बेटा ही नहीं, बल्कि उनके पिता, दादा जी, ताऊ और चचेरे भाई का भी सेना से नाता रहा है. उन्होंने कहा कि विनय के नाना घर के लोग भी सेना में जवान रहे चुके हैं. उनके पर नाना आजाद हिंद फौज में थे. वहीं राजेश नरवाल के दादा जी खुद सेकंड वर्ल्ड वॉर की लड़ाई में लड़ चुके हैं.
पहलगाम हमले के बाद सरकार का सख्त एक्शन
घाटी के अनंतनाग में हुए इस हमले के बाद सरकार ने सख्त एक्शन लेते हुए पाकिस्तान के खिलाफ कड़े प्रतिबंध लगा दिए. भारत ने सिंधु जल समझौते को भी रद्द कर दिया, जिससे पाकिस्तान को पानी मिलता था. इसके साथ ही भारत ने पाकिस्तान का वीजा भी रद्द कर दिया. इतना ही नहीं भारत ने पाकिस्तान से किसी भी तरह के आयात पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया और अपना एयर स्पेस और पोर्ट भी बंद कर दिए.