पाकिस्तान की राजनीति में एक नई बहस छिड़ गई है. दावा किया जा रहा है कि राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी पर इस्तीफा देने का काफी दबाव है क्योंकि सेना चीफ फील्ड मार्शल आसिम मुनीर खुद राष्ट्रपति बनना चाहते हैं. इसको लेकर अब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ का रिएक्शन सामने आया है.
शहबाज शरीफ ने ऐसी अटकलों को खारिज करते हुए कहा कि फील्ड मार्शल आसिम मुनीर ने कभी भी राष्ट्रपति बनने की इच्छा नहीं जताई है और न ही इस तरह की कोई योजना बनाई है. पाकिस्तानी पीएम हमेशा ऐसे बयानों के लिए जाने जाते हैं, जो सेना प्रमुख की तारीफ करें. शहबाज शरीफ ने किसी भी मामले में आसिम मुनीर की कभी आलोचना नहीं की है.
शहबाज शरीफ की तरफ ये बयान ऐसे समय में आया है, जब पाकिस्तान के गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने गुरुवार को एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि शहबाज शरीफ, आसिफ अली जरदारी और आसिम मुनीर के खिलाफ जो दुष्प्रचार अभियान चलाया जा रहा है, उसके पीछे विदेशी ताकतों का हाथ है.
पाकिस्तान के गृह मंत्री ने क्या कहा ?
पाकिस्तान के गृह मंत्री ने कहा कि हम जानते हैं कि इस झूठे अभियान के पीछे कौन है. मैंने स्पष्ट कर दिया है कि राष्ट्रपति से इस्तीफा देने की कोई बात नहीं हुई है न ही सेना प्रमुख के राष्ट्रपति बनने की कोई योजना है. उन्होंने कहा कि विदेशी एजेंसियों के जरिए इस तरह की साजिशें रची जा रही हैं ताकि पाकिस्तान को अस्थिर किया जा सके.
आसिम मुनीर का बढ़ाया गया कार्यकाल
जनरल आसिम मुनीर को 2022 में 3 साल के लिए सेना प्रमुख नियुक्त किया गया था, लेकिन बाद में शहबाज सरकार ने उनका कार्यकाल बढ़ाकर 5 साल कर दिया. आसिफ अली जरदारी को भी पिछले साल ही 5 साल के कार्यकाल के लिए राष्ट्रपति बनाया गया था. उन्हें यह पद शहबाज शरीफ को प्रधानमंत्री बनने के समर्थन देने के बदले में मिला था. बता दें कि आसिफ अली जरदारी, बिलावल भुट्टो के पिता हैं, जोकि पाकिस्तान के विदेश मंत्री रह चुके हैं.
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