Delhi BJP CM: दिल्ली विधानसभा चुनाव नतीजों के बाद यह तो साफ हो गया कि सरकार भारतीय जनता पार्टी की बनेगी. मुख्यमंत्री कौन बनेगा, इस पर कयास जारी है. इससे भी बड़ा सवाल यह है कि जो भी सीएम बनेगा, क्या वह उस नए मुख्यमंत्री आवास में रहेगा, जिसे बीजेपी ‘शीशमहल’ कहती आई है? इस सवाल का जवाब मिल चुका है.
दरअसल, दिल्ली चुनाव नतीजे आने के पहले ही एक पॉडकास्ट में भाजपा नेता परवेश वर्मा ने साफ कर दिया था कि हमारा मुख्यमंत्री शीशमहल में नहीं रहेगा. सुशांत सिन्हा ने अपने पॉडकास्ट में परवेश वर्मा से इस बारे में सवाल पूछा था. जवाब में परवेश वर्मा ने कहा था, ‘बिल्कुल नहीं रहेगा. पक्का मैं यह ऐलान कर रहा हूं. हम तो उसको टूरिज्म स्पॉट बनाएंगे. पूरी दिल्ली और देश की जनता को उसका दर्शन कराएंगे कि एक तुम्हारे सपनों को बेचने वाला व्यक्ति, एक तुम्हारे बच्चों के भविष्य से खेलने वाला व्यक्ति, एक सारे गरीबों के सपने तोड़ने वाला व्यक्ति कैसे अपना महल बनाकर रहता था’
शीशमहल पर करोड़ों खर्च के दावे
दिल्ली विधानसभा चुनावों के दौरान बीजेपी ने अरविंद केजरीवाल द्वारा कोरोना काल में बनाए गए नए मुख्यमंत्री आवास का खूब मुद्दा बनाया था. बीजेपी ने केजरीवाल के इस घर को ‘शीशमहल’ नाम दिया था. बीजेपी ने दावा किया था कि इस घर में 40 से 80 करोड़ रुपए खर्च हुए. बीजेपी को इस मुद्दे का फायदा भी मिला. नई दिल्ली सीट से केजरीवाल चार हजार से ज्यादा वोटों से हारे. उन्हें दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री के बेटे परवेश वर्मा ने हराया.
27 साल बाद दिल्ली की सत्ता पर बीजेपी
दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 48 सीटें हासिल हुई. यह स्पष्ट बहुमत के लिए जरूरी सीटों (36) से कहीं ज्यादा रही. 11 साल से दिल्ली की सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी महज 22 सीट पर सिमट गई. भ्रष्टाचार, शीशमहल, वायू प्रदूषण जैसे मुद्दों ने बीजेपी की जीत और AAP की हार का रास्ता बनाया.
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