पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट तेजी से वायरल हो रही है. इस पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 500 रुपये के नोट को चलन से हटाने का फैसला किया है. वायरल पोस्ट में यह भी कहा गया है कि आने वाले समय में 90 फीसदी एटीएम से केवल 100 और 200 रुपये के नोट ही निकलेंगे.
क्या है वायरल पोस्ट में?
वायरल पोस्ट में एक स्क्रीनशॉट शामिल है जिसमें दावा किया गया है कि RBI ने बैंकों को निर्देश दिया है कि वे अपने एटीएम में 100 और 200 रुपये के नोटों की संख्या बढ़ाएं.
Bye Bye 500 rupees currency notes
75% ATMs Dispense Rs 100 And Rs 200 Notes By September, 90% By March Next Year: RBI To Banks
— Woke Eminent (@WokePandemic) April 29, 2025
पोस्ट करने वाले यूजर्स का कहना है कि इसका मतलब है कि 500 रुपये के नोट को धीरे-धीरे चलन से हटाया जा रहा है.
500 रुपये के नोटों को अलविदा
सितंबर तक 75% एटीएम से 100 और 200 रुपये के नोट निकलेंगे, अगले साल मार्च तक 90% एटीएम से निकलेंगे: RBI ने बैंकों से कहा
— Sandeep Gupta 🙏 (@ghoomhaikahi) April 29, 2025
क्या कहता है RBI का वास्तविक निर्देश?
हमारी टीम ने इस मामले की पड़ताल की और पाया कि RBI ने वास्तव में बैंकों को एक निर्देश जारी किया है. हालांकि, इस निर्देश में 500 रुपये के नोट को बंद करने का कोई जिक्र नहीं है. RBI का वास्तविक निर्देश केवल इतना है कि बैंकों को अपने एटीएम में 100 और 200 रुपये के नोटों की उपलब्धता बढ़ानी चाहिए.
RBI का उद्देश्य क्या है?
RBI का यह कदम आम जनता को छोटे नोटों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए है. अक्सर लोगों को एटीएम से 500 या 2000 रुपये के नोट निकालने के बाद उन्हें तोड़ने में दिक्कत होती है. छोटे दुकानदारों और सामान्य लोगों के पास अक्सर इतने बड़े नोटों के बदले में खुले नहीं होते. RBI चाहता है कि एटीएम से लोगों को सीधे छोटे नोट मिल सकें, जिससे उन्हें परेशानी न हो.
क्या 500 रुपये का नोट बंद हो रहा है?
नहीं, RBI ने किसी भी आधिकारिक दस्तावेज में 500 रुपये के नोट को बंद करने का कोई संकेत नहीं दिया है. यह नोट पहले की तरह चलन में रहेगा. वायरल पोस्ट में की गई बातें पूरी तरह से गलत हैं और इनका RBI के वास्तविक निर्देशों से कोई लेना-देना नहीं है.
यानी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही यह खबर पूरी तरह से गलत है. RBI ने 500 रुपये के नोट को बंद करने का कोई फैसला नहीं किया है. बैंकों को सिर्फ इतना निर्देश दिया गया है कि वे एटीएम में 100 और 200 रुपये के नोटों की संख्या बढ़ाएं, ताकि आम जनता को छोटे नोट आसानी से उपलब्ध हो सकें.
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