Grindr App: आज के डिजिटल दौर में डेटिंग ऐप्स का चलन तेजी से बढ़ा है. हर कोई अपने मनपसंद साथी की तलाश में ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स का सहारा ले रहा है. Tinder, Bumble और Hinge जैसे ऐप्स तो काफी मशहूर हैं लेकिन एक और ऐप है जिसका नाम है Grindr (ग्राइंडर) और इसकी दुनिया बाकी ऐप्स से अलग और थोड़ी खतरनाक भी है.
Grindr क्या है?
Grindr एक लोकेशन-बेस्ड डेटिंग ऐप है, जिसे खास तौर पर LGBTQ+ कम्युनिटी, खासकर गे (Gay) पुरुषों के लिए बनाया गया था. यह ऐप यूज़र्स को उनके आसपास मौजूद दूसरे यूज़र्स से चैट करने, दोस्ती करने या डेट पर जाने का मौका देता है.
लड़के क्यों बनते हैं लड़की?
ग्रेटर चेन्नई पुलिस ने हाल ही में खुलासा किया है कि कई लोग फेक प्रोफाइल्स बनाकर Grindr पर दूसरों को धोखा दे रहे हैं. खासकर कुछ लड़के लड़कियों की तस्वीरें या नकली नाम-जानकारी डालकर प्रोफाइल बनाते हैं ताकि वे दूसरे यूज़र्स को झांसे में ले सकें. इसका मकसद कई बार सिर्फ मज़ाक करना नहीं, बल्कि लोगों से पैसे ऐंठना, ब्लैकमेल करना या निजी जानकारी चुराना होता है.
कैसे बनाते हैं बेवकूफ?
Catfishing: यानी किसी और की फोटो लगाकर फेक प्रोफाइल बनाना
Emotionally Manipulate करना: सामने वाले की भावनाओं से खेलना
पर्सनल डिटेल्स लेना: चैट के ज़रिए नंबर, लोकेशन, या फोटो हासिल करना
ब्लैकमेल या ठगी: बाद में उन जानकारी का गलत इस्तेमाल करना
क्यों ज़रूरी है सतर्क रहना?
Grindr जैसे प्लेटफॉर्म्स संवेदनशील होते हैं, क्योंकि यहां लोग अपनी पहचान के साथ खुलते हैं. अगर कोई गलत इरादे से ऐप का इस्तेमाल करता है, तो यह न सिर्फ धोखा है बल्कि कानूनी अपराध भी हो सकता है.
Grindr LGBTQ+ समुदाय के लिए एक मजबूत सोशल नेटवर्किंग टूल हो सकता है, अगर इसका इस्तेमाल सही तरीके से किया जाए. लेकिन अगर कोई इसका गलत फायदा उठाए तो सतर्क रहना बेहद जरूरी है. किसी भी ऑनलाइन चैट या मुलाकात से पहले व्यक्ति की पहचान जांच लें और अपनी निजी जानकारी शेयर करने से पहले सोच-समझकर कदम उठाएं.
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