Online Gaming: लोकसभा में बुधवार को ऑनलाइन गेमिंग संवर्धन एवं विनियमन विधेयक 2025 पारित हो गया. इसमें रियल मनी गेम्स (RMGs) पर बैन लगाए जाने का प्रस्ताव है. रियल मनी गेम्स उसे कहते हैं, जहां प्लेयर्स रिवॉर्ड्स जीतने की उम्मीद में अच्छा-खासा पैसा डिपॉजिट करते हैं. बिल में ऑनलाइन मनी गेम्स और उनका प्रचार करने वाले विज्ञापनों पर भी रोक लगाए जाने की बात कही गई है. सरकार का मकसद ऑनलाइन गेमिंग की आड़ में सट्टेबाजी को बढ़ावा देने और जुए में शामिल कंपनियों पर नकेल कसना है. हालांकि, इसके चलते रियल मनी के फॉर्मेट में तैयार किए गए कई भारतीय ऐप्स और गेमिंग प्लेटफॉर्म्स भी हैं. यह बिल लोकसभा में तो पास हो चुका है. अब इसे इसे राज्यसभा में वोटिंग और बहस के लिए भेजा जाएगा. इसके बाद राष्ट्रपति की मंजूरी के साथ ऑनलाइन गेमिंग विधेयक 2025 कानून बन सकता है. आइए देखते हैं कि इस ऑनलाइन गेमिंग बिल का असर किन-किन भारतीय गेमिंग ऐप्स पर पड़ेगा.
Dream11- यह एक फैंटेसी स्पोर्ट्स प्लेटफॉर्म है, जिसमें यूजर को अपनी वर्चुअल टीम बनानी होती है. क्रिकेट में दोनों टीमों को मिलाकर 11-11 कुल 22 खिलाड़ी होते हैं. इन्ही 22 प्लेयर्स में से 11 प्लेयर्स को चुनकर एक टीम बनानी होती है. अब असली मैच के दौरान जो प्लेयर जैसा परफॉर्म करता है, उस हिसाब से पॉइंट्स बनते जाते हैं. आखिर में जिसके पास सबसे अधिक पॉइंट्स होता है वह कॉन्टेस्ट जीत जाता है. गूगल प्ले स्टोर पर इसे 10 करोड़ से ज्यादा लोगों ने डाउनलोड कर रखा है और इसकी रेटिंग 4.5/5 स्टार है. आईपीएल जैसे इवेंट्स के दौरान यह प्लेटफॉर्म और फलता-फूलता है. भारत के सबसे बड़े आरएमजी प्लेटफॉर्म्स में से एक ड्रीम11 का भी अस्तित्व इस समय संकट में है क्योंकि बिल में ‘सब्सक्रिप्शन मॉडल’ पर चलने वाले फैंटेसी गेमिंग ऐप्स पर रोक लगाए जाने का जिक्र हैं, जिनमें पैसों का लेनदेन होता है.