Data Centre: अगर आप खटाखट पैसा बनाना चाहते हैं तो एक खास सेक्टर निवेश के लिए आपका इंतजार कर रहा है. यह सेक्टर अभी बूम पर है. जल्दी ही 100 अरब डॉलर का होने जा रहा है. रियल एस्टेट कंसल्टेंट कंपनी सीबीआरई साउथ एशिया की ओर से जारी 2024 इडिया डेटा सेंटर मार्केट अपडेट रिपोर्ट से इसका पता चलता है. रिपोर्ट के मुताबिक, 2019 से 2024 के बीच इस सेक्टर में 60 अरब डॉलर का निवेश हुआ है, जो 2027 के अंत तक 100 अरब डॉलर को पार कर जाएगा. ग्लोबल ऑपरेटर्स, रियल एस्टेट डेवलपर्स और प्राइवेट इक्विटी फंडों ने इसमें जमकर निवेश किया है. निवेशक भारत में तेजी से बढ़ते डाटा सेंटर बाजार का लाभ उठाना चाहते हैं.
यूपी और बंगाल भी हैं उभरते बाजार
डाटा सेंटर सेक्टर में निवेश केवल महाराष्ट्र, तमिलनाडु और तेलंगाना जैसे औद्योगिक राज्यों में ही नहीं हो रहा है, बल्कि, इस मामले में उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल जैसे राज्य भी उभरकर सामने आ रहे हैं. सीबीआरई के भारत, दक्षिण-पूर्व एशिया, पश्चिम-एशिया और अफ्रीका के चेयरमैन एवं सीईओ अंशुमान मैगजीन ने कहा कि भारत का डाटा सेंटर बाजार काफी तेज गति से बढ़ रहा है. यह भारत के डिजिटल विस्तार के कारण है. इसके अलावा इसके विकास के लिए सरकार बड़े पैमाने पर पहल कर रही है. इस कारण घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय दोनों तरह की कंपनियां इस सेक्टर में निवेश कर रही हैं. इसलिए आने दिनों में भारत डाटा सेंटर में निवेश करने वालों के लिए महत्वपूर्ण ठिकाना रहेगा. इसमें काफी निवेश और निवेश पर बेहतर रिटर्न की भी संभावना है.
डाटा संरक्षण कानून दे रहा बढ़ावा
सीबीआरई रिपोर्ट के अनुसार, 2023 में आया डिजिटल पर्सनल डाटा प्रोटेक्शन एक्ट के लागू होने के कारण डाटा सेंटर सेक्टर और अधिक विकास कर रहा है. क्योंकि, इससे सीमा पार व्यापार और लीगल डाटा प्रोसेसिंग में सुविधा होती है. इससे स्टेक होल्डर्स का विश्वास भी बढ़ता है. वहीं डिजिटल इनोवेशन के इकोसिस्टम के भी विकास करने की संभावना है. इसके अलावा भारत सरकार की ओर से 2020 में लाई गई ड्राफ्ट डाटा सेंटर पॉलिसी का भी इसमें काफी योगदान है. क्योंकि, इसी की बदौलत ऑपरेटर्स और डेवलपर्स मिलकर डाटा सेंटर कारोबार के लिए अनुकूल वातावरण पैदा कर रहे हैं.
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