इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के मिडिल ईस्ट मामलों के दूत स्टीव विटकॉफ की तरफ से पेश किए गए नए युद्धविराम प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है. न्यूज़ एजेंसी रॉयटर्स ने गुरुवार (29 मई, 2025) को इजरायली मीडिया के हवाले से ये जानकारी दी है. वहीं, फिलिस्तीनी उग्रवादी समूह हमास ने कहा कि उसे मध्यस्थों के जरिए नया प्रस्ताव मिला है और वो इसका अध्ययन कर रहे हैं.
इससे पहले स्टीव विटकॉफ ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि वे इजरायल-हमास संघर्ष को समाप्त करने के लिए समझौते को सरल बना पाएंगे और प्रारंभिक हमले के दौरान पकड़े गए अतिरिक्त बंधकों की रिहाई को सुरक्षित कर पाएंगे. उन्होंने बुधवार को वॉशिंगटन में कहा कि मुझे संघर्ष को लेकर दीर्घकालिक समाधान, अस्थायी युद्धविराम और शांतिपूर्ण समाधान की काफी उम्मीदें हैं.
विटकॉफ का युद्धविराम प्रस्ताव क्या है?
हालांकि, विटकॉफ का प्रस्ताव अभी मीडिया के सामने नहीं आया है, लेकिन हमास के एक अधिकारी और मिस्र के एक अधिकारी ने स्वतंत्र रूप से एसोसिएटेड प्रेस को कुछ जानकारी दी है. नाम न बताने की शर्त पर समाचार एजेंसी से बात करने वाले अधिकारियों के अनुसार, इस प्रस्ताव में लड़ाई में 60 दिनों का विराम, दीर्घकालिक युद्धविराम के लिए गंभीर वार्ता की गारंटी और आश्वासन दिया गया है कि बंधकों की रिहाई के बाद इजरायल फिर से युद्ध शुरू नहीं करेगा, जैसा कि उसने मार्च में किया था.
इस नए सीजफायर प्रस्ताव में कहा गया है कि इजरायली सेनाएं उसी स्थान पर वापस लौट जाएंगी जहां वे पहले सीजफायर के दौरान थीं. दूसरी ओर हमास 60 दिनों के विराम के दौरान 10 जीवित बंधकों और कई शवों को रिहा करेगा, जिसके बदले में इजरायल कैद किए गए 1100 से अधिक फिलिस्तीनियों को रिहा करेगा. इनमें घातक हमलों के लिए दोषी ठहराए जाने के बाद लंबी सजा काट रहे 100 लोग शामिल हैं.
ये भी पढ़ें:
पाकिस्तान की सीमा से सटे राज्यों में 31 मई को होगा ‘ऑपरेशन शील्ड’, जानें क्या है तैयारी