UK Company Adopt 4 Day In Week Rule: एक तरफ जहां भारत में कुछ लोग हफ्ते में 70 से 90 घंटे काम करने की सलाह दे रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ यूके की कम से कम 200 कंपनियों ने ऐसा फैसला लिया है, जो कर्मचारियों की बल्ले-बल्ले करा देगा. द गर्जियन की रिपोर्ट के मुताबिक यूनाइटेड किंगडम में एक ऐतिहासिक फैसला लेते हुए कम से कम 200 ब्रिटिश कंपनियों ने अपने कर्मचारियों के लिए बिना सैलरी कम किए हफ्ते में सिर्फ 4 दिन काम करने का नियम लागू कर दिया है. यह परिवर्तन 4 डे वीक फाउंडेशन की तरफ से समर्थित है और इसमें मार्केटिंग, प्रौद्योगिकी, चैरिटी, और आईटी सेक्टर की कंपनियों की भागीदारी अधिक है.
4 डे वर्किंग पैटर्न का समर्थन करने वालों का मानना है कि 5 डे वर्किंग पैटर्न पुराने आर्थिक युग से विरासत में मिला है और इसे बदलने की जरूरत है. 4 डे वीक फाउंडेशन के अभियान निदेशक जो राइल के अनुसार, “9-5 का वर्किंग पैटर्न 100 साल पहले बना था और यह अब आधुनिक समय के लिए उपयुक्त नहीं है.” राइल ने कहा कि हफ्ते में 4 दिन काम करने से कर्मचारियों को अधिक खाली समय और बेहतर जीवन जीने की आजादी देगा. इसके साथ ही, यह क्लाइंट के लिए भी प्रोडक्शन बढ़ाने और कर्मचारियों को आकर्षित करने का एक बेहतर तरीका है.
कौन-कौन सी कंपनियां कर रही हैं बदलाव
यह कदम सबसे पहले मार्केटिंग, विज्ञापन, और प्रेस रिलेशन से जुड़ी 30 कंपनियों ने उठाया था. इसके बाद प्रौद्योगिकी, आईटी, और सॉफ्टवेयर फर्मों ने भी इसे अपनाया. अब तक, कुल 200 कंपनियां हफ्ते में 4 दिन काम करने के नियम को लागू कर चुकी हैं, जिनमें लंदन की 59 कंपनियों का नेतृत्व है.
कोविड-19 के बाद वर्क कल्चर में बदलाव
कोविड-19 महामारी के दौरान घर से काम करने के पैटर्न ने कई कर्मचारियों को पारंपरिक कार्य ढांचे से अलग कर दिया. जब कई अमेरिकी कंपनियों, जैसे जेपी मॉर्गन चेस और अमेज़ॅन ने कर्मचारियों से सप्ताह में पांच दिन ऑफिस आने का आदेश दिया तो इसका विरोध देखा गया. कई कर्मचारियों ने इस आदेश के खिलाफ घर से काम करने का अधिकार मांगा.
4 डे वीक काम करने के समर्थन में बढ़ती रुचि
लेबर पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने भी इस कदम का समर्थन किया है, हालांकि यह पार्टी की आधिकारिक नीति नहीं है. एक सर्वेक्षण के अनुसार, 18 से 34 साल के लोग हफ्ते में 4 दिन काम करने वाले रूल को ज्यादा सही मानते हैं. इसमें लगभग 78 फीसदी युवाओं का मानना है कि अगले पांच साल में यह आदर्श बन जाएगा.
हफ्ते में 4 दिन काम करने के फायदे
स्पार्क मार्केट रिसर्च के सर्वेक्षण के अनुसार, युवाओं का कहना है कि मानसिक स्वास्थ्य और समग्र कल्याण उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है और चार-दिवसीय सप्ताह उनके जीवन की गुणवत्ता को सुधारने वाला एक महत्वपूर्ण कारक है.