घबराए पाकिस्तान ने किया बड़ा दावा- अरब सागर में घूम रही इंडियन नेवी की ‘आंख’

घबराए पाकिस्तान ने किया बड़ा दावा- अरब सागर में घूम रही इंडियन नेवी की ‘आंख’


India-Pakistan Navy: भारत और पाकिस्तान के बीच संबंध वर्षों से संवेदनशील रहे हैं. इस बीच पहलगाम आतंकी हमले के बाद स्थिति और नाजुक हो गई है. यह तनाव समुद्री सीमाओं तक बढ़ता दिख रहा है. पाकिस्तानी नौसेना ने दावा किया है कि उसने भारतीय नौसेना के P-8I सर्विलांस एयरक्राफ्ट को अरब सागर में डिटेक्ट किया है. हालांकि, यह स्पष्ट नहीं किया गया कि यह विमान किस विशेष क्षेत्र में उड़ान भर रहा था.

P-8I सर्विलांस विमान, जिसे ‘नेत्र’ भी कहा जाता है, भारतीय नौसेना के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण टोही और समुद्री निगरानी विमान है. यह दुश्मन की गतिविधियों पर गहराई से नजर रखने और पनडुब्बियों की पहचान में सक्षम है. P-8I पोसाइडन विमान बोइंग ने तैयार किया है. इसे खासतौर पर समुद्री युद्ध के लिए डिजाइन किया गया है.

P-8I विमान की खासियत
भारतीय नौसेना का P-8I सर्विलांस विमान कई जरूरी कामों के लिए इस्तेमाल किया जाता है, जो इस प्रकार है.

  • लंबी दूरी तक समुद्र में निगरानी
  • पनडुब्बी की पहचान और निशाना साधना
  • खुफिया जानकारी एकत्र करना
  • दुश्मन के युद्धपोतों की गतिविधियों पर नजर रखना

हालांकि, इस बीच पाकिस्तान की तरफ से इस विमान की मौजूदगी की जानकारी देना इस बात की ओर संकेत करता है कि दोनों देशों के बीच समुद्री स्तर पर खुफिया और युद्धाभ्यास की सक्रियता तेज हो चुकी है.

रणनीतिक युद्धाभ्यास
दोनों देशों की नौसेनाएं इस समय अपने-अपने क्षेत्र में युद्धाभ्यास और फायरिंग ड्रिल में व्यस्त हैं. भारत ने हाल ही में INS सूरत से मीडियम रेंज सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल का परीक्षण किया, जबकि पाकिस्तान भी समुद्री अभ्यास कर रहा है. इस स्थिति में P-8I की उपस्थिति को लेकर पाकिस्तान की तरफ से किया गया दावा उसकी बौखलाहट को साफ दिखा रहा है.

अरब सागर में बढ़ती गतिविधियां
अरब सागर एक ऐसा क्षेत्र है जहां भारत, पाकिस्तान, ईरान और अमेरिका जैसे देशों की नौसेनाएं सक्रिय रहती हैं. ऐसे में किसी भी गतिविधि को संदेह की नजर से देखा जाता है. विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की घटनाएं क्षेत्रीय तनाव को और बढ़ा सकती हैं, खासकर तब जब संचार का अभाव हो और पारदर्शिता न हो.





Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *