भारत में उड़ान भरने वाले विमानों में तकनीकी गड़बड़ियों का सिलसिला थमता नजर नहीं आ रहा है. साल 2021 से लेकर अब तक (जुलाई 2025) देश की अलग-अलग एयरलाइनों से 2000 से ज्यादा तकनीकी खामियों की रिपोर्ट DGCA को दी गई. ये जानकारी संसद में पूछे गए एक सवाल के जवाब में नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने दी.
इन आंकड़ों में सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि एअर इंडिया और एअर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट्स में सबसे ज्यादा खराबियां दर्ज की गईं. सिर्फ साल 2024 में ही एयर इंडिया समूह की उड़ानों में 250 से ज्यादा तकनीकी परेशानियां सामने आईं. इससे यह साफ है कि देश की सबसे पुरानी विमानन कंपनी को अपनी तकनीकी प्रणाली पर और ध्यान देने की जरूरत है.
अधिकतर खामियों को उड़ान से पहले ही ठीक
तकनीकी खामी यानि जब प्लेन में इंजन की खराबी, सॉफ्टवेयर फॉल्ट, लैंडिंग गियर की गड़बड़ियां, और उड़ान के दौरान सिस्टम अलर्ट जैसी समस्याएं आती हैं. हालांकि DGCA का कहना है कि अधिकतर खामियों को उड़ान से पहले ही ठीक कर लिया गया था और यात्रियों की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं हुआ.
अब DGCA सघन तरीके से इन सभी खामियों की जांच करता है और एयरलाइनों को सुधारात्मक कदम उठाने के निर्देश देता है.
1. स्पॉट चेक
2. नाइट सर्विलांस
3. फ्लाइट रिकॉर्डिंग और रिपोर्ट चेक करना
अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों FAA स्टैंडर्ड्स को अपनाना शुरू
इसके अलावा, DGCA ने अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों FAA (अमेरिका की फेडरल एविएशन एजेंसी) के स्टैंडर्ड्स को भी अपनाना शुरू कर दिया है, ताकि सुरक्षा को और पुख्ता किया जा सके. तकनीकी गड़बड़ियों के साथ-साथ हवाई यात्रियों की शिकायतों का आंकड़ा भी कम नहीं है. 2023 में DGCA को 5500 से ज्यादा शिकायतें मिली थीं, जबकि 2025 में अभी तक (14 जुलाई तक) करीब 3900 शिकायतें दर्ज की जा चुकी हैं.
ये शिकायतें आमतौर पर देरी, टिकट रिफंड में परेशानी, खराब कस्टमर सर्विस और उड़ान के दौरान सुविधा की कमी से जुड़ी होती है. DGCA इन शिकायतों को एयरलाइनों तक पहुंचाकर समाधान की प्रक्रिया शुरू करता है, लेकिन फिर भी यात्रियों में असंतोष बना हुआ है.
1. कुल तकनीकी खामियां (2021–2025): 2000+
2. सबसे ज्यादा शिकायतें: एअर इंडिया+एअर इंडिया एक्सप्रेस
3. साल 2025 में तकनीकी खामियां: 183
4. साल 2024 में एअर इंडिया समूह की उड़ानों में 250+ खराबियां
5. 2023 में मिलीं यात्रियों की शिकायतें: 5513
6. 2025 में अब तक (14 जुलाई तक): 3925 शिकायतें
साफ है कि सरकार और DGCA की कोशिशें जारी हैं, लेकिन जब तक एयरलाइंस जमीनी स्तर पर सुधार नहीं करेंगी, यात्रियों की सुरक्षा और संतुष्टि दोनों ही प्रभावित होती रहेंगी.
ये भी पढ़ें:- 6 साल से बंद पड़े आतंकी कैंपों को लश्कर ए तैयबा ने फिर से किया एक्टिव, टॉप आतंकियों ने किया दौरा