Trump Tariff: अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप की सरकार ने अब चीन से आने वाले सामानों पर 245 परसेंट टैरिफ लगाने का ऐलान कर दिया है. व्हाइट हाउस ने भी इस पर अपनी मुहर लगा दी है. इससे अब दोनों देशों के बीच ट्रेड वॉर और बढ़ गया है.
व्हाइट हाउस ने की टैरिफ की पुष्टि
मंगलवार देर शाम को व्हाइट हाउस की ओर से जारी एक बयान में कहा गया, ”मुक्ति दिवस पर अमेरिका ने उन सभी देशों पर 10 परसेंट टैरिफ लगाया, जो अमेरिका से ज्यादा टैक्स वसूलते हैं. 75 से ज्यादा देशों ने नए व्यापार सौदे पर बातचीत करने के लिए अमेरिका के साथ संपर्क किया, इसलिए इन पर लगाए गए टैरिफ को फिलहाल रोक दिया गया. सिवाय चीन के, जिसने जवाबी कार्रवाई की. इसी जवाबी कार्रवाई के नतीजे के रूप में अमेरिका में चीनी सामानों के आयात पर 245 परसेंट टैरिफ लगाया जा रहा है.” इस बीच, व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने मंगलवार को कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप चीन के साथ व्यापार समझौता करने के लिए तैयार हैं, लेकिन बीजिंग को पहले कदम उठाना चाहिए.
संपर्क में हैं दोनों देशों की टीमें
एक तरफ अमेरिका का चीन से कहना है कि वे अपने राष्ट्रपति शी जिनपिंग से अनुरोध करें कि वह ट्रंप से बात करें, जबकि चीन ने टैरिफ वॉर से पीछे न हटने का मन बना लिया है. एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, 2010 से 2018 तक चीन के वाइस फाइनेंस मिनिस्टर रह चुके झू गुआंगयाओ ने कहा है, ”अगर अमेरिका चाहता है कि चीन अमेरिकी प्रस्ताव को पूरी तरह से स्वीकार कर ले, अमेरिकी शर्तों को स्वीकार कर ले, तो मुझे लगता है कि फिर कोई बातचीत नहीं होगी.” हालांकि, उन्होंने दोनों देशों के अधिकारियों के लगातार संपर्क में रहने की भी जानकारी दी और कहा कि टैरिफ पर बातचीत के दौरान दोनों के हितों का ख्याल रखना चाहिए.
बार-बार टैरिफ बढ़ाए जाने के मुद्दे पर चीन ने अमेरिका की कड़ी आलोचना की है. चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झांग शिशियाओगांग ने कहा, ”अगर अमेरिका वाकई में बातचीत के जरिए इस मसलने को सुलझाना चाहता है तो उसे अधिक दबाव डालने की अपनी ये रणनीति छोड़नी होगी.”
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