Operation Sindoor: 8-9 मई की दरमियानी रात जब भारत ने पाकिस्तान के एयरबेस पर अटैक किया था तो पहले पाकिस्तान सीमा पर लगे चीनी एयर डिफेंस सिस्टम को जाम कर दिया था. इसका नतीजा ये हुआ कि चीन की HQ-9 मिसाइलों को कानों कान खबर नहीं लगी कि भारत की ब्रह्मोस और स्कैल्प मिसाइल सहित हैमर प्रेशिसयन बम हथोड़े की तरह पाकिस्तान पर पड़ने जा रहे हैं.
23 मिनट में भारत ने तबाह कर दिए पाकिस्तान के 11 एयरबेस
भारत ने आधिकारिक बयान जारी कर बताया कि किस तरह पूरे दक्षिण एशिया की एयर-स्पेस में भारत की बादशाहत है बल्कि टेक्नोलॉजी में भी जबरदस्त बढ़त हासिल है. इसी का नतीजा था कि महज 23 मिनट में भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के 11 एयरबेसों को पूरी तरह तबाह कर दिए.
चीन सीमा से सटे गिलगित-बालटिस्तान से सिंध प्रांत तक में भारत ने बरसाए बम
भारतीय वायुसेना (IAF) ने चीन सीमा से सटे पाकिस्तान के गैर-कानूनी कब्जे वाले गिलगित-बाल्टिस्तान के बेहद ऊंचाई वाले एयरबेस स्कार्दू से लेकर पंजाब प्रांत के नूर खान बेस, रहीम यार खान और सरगोधा से लेकर सिंध प्रांत के जेकोकाबाद तक जमकर बम बरसाए.
रूस की S-300 मिसाइल सिस्टम की रिवर्स इंजीनियरिंग से तैयार हुआ था चीन का HQ-9
सुखोई से दागी गई ब्रह्मोस मिसाइल तो दुनिया की बेहद चुनिंदा सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल है. ऐसे में उसे इंटरसेप्ट तो क्या डिटेक्ट करना चीन, पाकिस्तान और तुर्की, तीनों देशों के बस से बाहर था. लेकिन चीन की एचक्यू-9 मिसाइल तो रफाल (राफेल) से दागी गई स्कैल्प मिसाइल और हैमर बम तक को नहीं पकड़ पाई. खास बात ये है कि चीन ने पाकिस्तान को एचक्यू-9 मिसाइल सिस्टम ये कहकर बेचा था कि ये रूस की एस-300 मिसाइल सिस्टम की रिवर्स इंजीनियरिंग कर तैयार की है.
भारत के सामने निकल गया चीनी माल का दम
दरअसल, रूस ने चीन को अपनी एस-300 मिसाइल सिस्टम दी थी. चीन ने इसकी रिवर्स इंजीनियरिंग कर खुद की एचक्यू-9 मिसाइल प्रणाली खड़ा कर ली. लेकिन एचक्यू-9 भी चीनी माल निकला और ऑपरेशन सिंदूर में थड यानी बेदम साबित हुआ.